Nepal Plane Crash News: नेपाल विमान हादसे में जान गंवाने वाले उत्तर प्रदेश के चार लोगों के परिजनों की उपेक्षा की खबर के बाद जिलाधिकारी के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने मामले का संज्ञान लिया है. मीडिया में इस बाबत खबर चलने के बाद सरकार और प्रशासन दोनों की नींद खुली. इसके बाद मंगलवार की शाम प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल को सरकार का प्रतिनिधि बनाकर मृतकों के परिजनों के पास भेजा गया. उनके साथ जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी पहुंचे थे. इस सभी ने पीड़ित परिवार के साथ शोक संवेदना व्यक्त किया.
बॉडी लाने की हो रही है व्यवस्था
इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि मृतकों की बॉडी को लाने की व्यवस्था की जा रही है. उनके सभी परिजन वहां पहुंच चुके हैं. बॉडी की शिनाख्त की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद उन्हें सम्मान के साथ लाया जाएगा. वहीं, राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल ने बताया है कि बॉडी को लाने पर जो भी खर्च होगा, उसे राज्य सरकार वहन करेगी. साथ ही सभी मृतक के परिवारों को 55 लाख रुपए की आर्थिक मदद भी दी जाएगी. उन्होंने बताया कि मृतकों के परिजन एक दिन पहले ही काठमांडू पहुंच चुके है. वे वहां बॉडी की पहचान करने की प्रक्रिया में नेपाल प्रशासन को सहयोग करेंगे. उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है.
परिजनों ने सोशल मीडिया पर बताई थी परेशानी
गौरतलब है कि बॉडी की लाने के लिए काठमांडू पहुंचे परिजनों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस संबंध में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर अपनी परेशानी बताई थी. जिलाधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि इस तरह की वीडियो का उनके संज्ञान में है. उन्होंने बताया कि बॉर्डर एरिया से काठमांडू का रास्ता बहुत ही खराब है, जिसके वजह से वहां पहुंचने में करीब 10 से 11 घंटे का समय लगता है, लेकिन इस मामले में कुछ कहने की बात नहीं है. साथ में हमारे प्रशासन के लोग के साथ ही नेपाल पुलिस का एक कर्मचारी भी शामिल है. उन्होंने कहा कि नेपाल स्थित भारतीय दूतावास में उन सभी लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि सभी बॉडी सीधे गाजीपुर लाई जाएंगी.
ये भी पढ़ेंः UP Politics: आखिर राहुल गांधी भाई वरुण गांधी को कांग्रेस में क्यों नहीं करा पा रहे शामिल, क्या है मजबूरी?