(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Corona Virus in UP: होम आइसोलेशन को लेकर गाइडलाइन जारी, जानिए शर्तें
यूपी सरकार ने होम आइसोलेशन के लिए गाइडलाइन भी जारी कर दी है. गाइडलाइन में क्षण रहित मरीजों के लिए डॉक्टर की पुष्टि लेना जरूरी होगा.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के लिए होम आइसोलेशन को लेकर योगी सरकार सोमवार को मंजूरी दे चुकी है. मंजूरी के बाद सरकार ने होम आइसोलेशन के लिए गाइडलाइन भी जारी कर दी है. गाइडलाइन में क्षण रहित मरीजों के लिए डॉक्टर की पुष्टि लेना जरूरी होगा. इसके अलवा कैंसर, एचआईवी समेत किसी वजह से कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में नहीं रहना होगा.
घर में दो शौचालय होना जरूरी गाइडलाइन में कहा गया है कि मरीज के अलावा परिजनों को क्वारन्टीन करने की सुविधा होगी. इसके लिए घर में दो शौचालय होना जरूरी है. साथ ही रोगी की देखभाल के लिए 24 घंटे देख रेख करने वाला व्यक्ति होना जरूरी है. डॉक्टर की सलाह से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और प्रोफाइलेक्सिस लेनी होगी.
आरोग्य सेतु ऐप पर देनी होगी जानकारी मरीजों को दिन में दो बार आरोग्य सेतु ऐप पर अपने स्वास्थ्य की जानकारी अपडेट करनी होगी. स्मार्ट फोन न होने पर कंट्रोल रूम में दो बार बताना होगा. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाया गया आइसोलेशन ऐप डाउनलोड करना होगा. मरीज को एक किट खरीदनी होगी जिसमें ऑक्सीमीटर, थर्मोमीटर, मास्क, ग्लव्स, सोडियम ह्यपोक्लोराइट सोल्यूशन और इम्युनिटी बूस्टर होगा.
स्वास्थ विभाग के अधिकारी करेंगे मरीजों की मॉनिटरिंग इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेन्टर मरीज के तापमान, पल्स रेट और ऑक्सीजन का रिकॉर्ड रखेगा. रोगी का रिकॉर्ड नियमित रूप से कोविड पोर्टल पर अपडेट होगा, जिसकी निगरानी जिला स्तरीय अधिकारी करेंगे. प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने या इलाज के लिए मरीज को शिफ्ट करने पर जिला प्रशासन ही तत्काल फैसला लेगा. रिपोर्ट आने के 10 दिन बाद पिछले तीन दिन तक लगातार बुखार न आने पर होम आइसोलेशन खत्म माना जाएगा. हालांकि इसके बाद भी मरीज 7 दिन घर पर रहेगा. साथ ही होम आइसोलेशन खत्म होने पर टेस्टिंग की जरूरत नही होगी.
ट्रिपल लेयर मास्क पहनना जरूरी रोगी और देखभाल करने वाले को हर समय ट्रिपल लेयर मास्क पहनना होगा. मास्क को सोडियम हाइपोक्लोराइट से विसंक्रमित करने के बाद डिस्पोज करना होगा. कोरोना मरीज पहले से चिन्हित कमरे में ही रहेगी. उसे पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ दिया जाएगा. मरीज को उसके कमरे में ही खाना दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें:
उत्तर प्रदेश में होम आइसोलेशन को योगी सरकार की मंजूरी, कोरोना मरीज घर पर रहकर करा सकेंगे इलाज