मुजफ्फरनगर, एजेंसी। योगी सरकार ने बीजेपी विधायक संगीत सोम के खिलाफ दर्ज चार मामलों की विस्तृत जानकारी मांगी है। मुजफ्फरनगर जिला के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इनमें से एक मामला सोशल मीडिया पर डाले गए एक फर्जी लेकिन भड़काऊ वीडियो से संबंधित है जिसमें सोम को ‘क्लीन चिट’ मिल चुकी है। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अमित सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने 13 बिंदुओं पर मामलों का विवरण मांगा।
मुजफ्फरनगर दंगा मामलों की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अप्रैल 2017 में जांच अधिकारी द्वारा अदालत में अंतिम रिपोर्ट दाखिल किए जाने के बाद फर्जी वीडियो मामले में सोम को ‘क्लीन चिट’ दे दी थी। एसआईटी का कहना था कि सरधना निर्वाचन क्षेत्र के विधायक के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं। विशेष जांच दल ने, 2013 में मुजफ्फरनगर जिले में सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने वाले वीडियो पर सीबीआई के जरिए अमेरिका स्थित फेसबुक, इंक से रिपोर्ट मांगी थी।
एसआईटी की अंतिम रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक ने केवल एक वर्ष का रिकॉर्ड रखने की बात कहते हुए इस संबंध में कोई भी जानकारी मुहैया कराने में खुद को असमर्थ बताया था। इस वीडियो को ‘लाइक’ करने वाले सोम और अन्य 200 लोगों के खिलाफ भादंवि की विभिन्न धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 के तहत दो सितम्बर 2013 को मामला दर्ज किया था।
वीडियो मे एक युवक को मारते हुए दिखाया गया था जिसके बाद मुजफ्फरनगर में दंगे भड़क गए थे। बाद में यह वीडियो करीब दो साल पुराना पाया गया, जो अफगानिस्तान या पाकिस्तान का था। दंगों में 60 से अधिक लोगों की जान गई थी और करीब 40,000 लोग विस्थापित हुए थे।