बलरामपुर—लखनऊ, एजेंसी। उत्तर प्रदेश में बलरामपुर जिले के नयानगर प्राइमरी स्कूल में सोमवार को हाई टेंशन तार गिरने की घटना को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लिया है। इस घटना की चपेट में 52 बच्चे आ गये। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश की बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जयसवाल ने मंगलवार को बलरामपुर का दौरा कर घायल बच्चों से मुलाकात की और उनके परिजनों को हर संभव सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया।


मंत्री अनुपमा जायसवाल जिला संयुक्त अस्पताल पहुंची और उन्होंने बच्चों का हालचाल जाना। मंत्री ने डॉक्टरों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बेसिक शिक्षा मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं फिर न हो इसके लिये पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर तारों को हटाने के निर्देश दिए जा रहे हैं।


उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता बनाने और स्कूलों भवनों को दुरुस्त कराने की लगातार कोशिशें जारी है जिसके तहत कायाकल्प योजना के अंतर्गत 42 हजार जर्जर स्कूलों की मरम्मत करा कर उसे बेहतर बनाया जा रहा है।


जायसवाल ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में आई बाढ़ के हालत को देखते हुए ऐसे स्कूल जहां बाढ़ का पानी आ गया है या फिर भवन की दशा ठीक नही है, उन स्कूलों से बच्चो को हस्तांतरित कर दूसरे स्कूलों में पड़ने की व्यवस्था कराने के निर्देश जारी किए जा रहे हैं।


गौरतलब है कि जिले के उतरौला क्षेत्र के नयानगर प्राइमरी स्कूल में सोमवार को विद्यालय भवन पर हाई टेंशन तार गिरने से उसमे पढ़ रहे करीब 48 बच्चे झुलस गये, जिन्हें सरकारी और गैर सरकारी चिकित्सालयों में भर्ती कराया गया है।


जिलाधिकारी ने लापरवाही बरतने के आरोप में बिजली विभाग के दो कर्मचारियों को निलंबित करने और अवर अभियंता के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए थे।


जिलाधिकारी करुण करुणेश ने बताया कि करंट से झुलसे बच्चों का इलाज किया जा रहा है। सभी बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर हैं।


उन्होंने बताया कि विद्युत विभाग के दो कर्मचारी निलंबित कर दिये गये हैं और अवर अभियंता प्रियदर्शी तिवारी के विरूद्ध विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं।


उन्होंने बताया कि अधिशासी अभियंता विद्युत और बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि दो दिन में जिले के सभी स्कूलों की जांच करा कर स्कूल के ऊपर से गुजर रही सभी तारों को हटवा दें।


इस बीच उत्तर प्रदेश में बलरामपुर जिले के एक सरकारी प्राइमरी स्कूल में हाई टेंशन तार गिरने के कारण 50 से अधिक बच्चों के झुलसने की मीडिया खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस संबंध में राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है।


घटना जिले की उतरौला तहसील की है, जहां सोमवार को स्कूल में हाई टेंशन तार गिर गया। उस समय स्कूल में कम से कम सौ बच्चे मौजूद थे ।


आयोग ने एक विज्ञप्ति में मंगलवार को कहा कि अगर इस संबंध में आयी खबरें सही हैं तो यह मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मामला है । आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।


आयोग ने कहा कि वह झुलसे बच्चों को मुहैया कराये जा रहे चिकित्सकीय उपचार के बारे में स्थिति रिपोर्ट जानना चाहेगा । साथ ही यह जानना चाहेगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रशासन ने क्या कदम उठाये।


घटना का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मध्यांचल निगम के प्रबंध निदेशक से कहा कि वह दुर्घटना की वजह का पता लगाकर 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपे।