लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार का मिशन शक्ति अभियान अपने दूसरे चरण में एक नए कलेवर में नजर आएगा. बाल दिवस से शुरू हो रहे है दूसरे चरण में महिला अधिकारों के साथ बाल अधिकार, कन्या भ्रूण हत्‍या, यौन अपराधों की रोकथाम के साथ महिलाओं के साथ होने वाली घरेलू हिंसा के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.


14 नवंबर से शुरु होगा अगला चरण


मिशन शक्ति अभियान का दूसरा चरण पूरे प्रदेश में 14 नवंबर 2020 से शुरू होगा, जो 21 अप्रैल 2021 को समाप्‍त होगा. बाल दिवस पर शुरू हो रहे मिशन शक्ति अभियान में इस बार बालिकाओं व महिलाओं के साथ उत्‍तर प्रदेश सरकार कन्‍या भ्रूण हत्‍या और बाल अपराधों को रोकने के लिए जागरूकता अभियान के साथ प्रभावी कदम उठाए जाएंगे. उत्‍तर प्रदेश के 75 जिलों, 822 ब्‍लाक, 59,163 ग्राम सभाओं, 189204 आंगनबाड़ी केन्‍द्रों के माध्‍यम से प्रदेश की 24 करोड़ जनता को बाल व महिला अपराधों को रोकने के लिए प्रदेश सरकार 180 दिनों तक विशेष अभियान चलाएगी. 14 नवंबर से शुरू हो रहे मिशन शक्ति अभियान के दूसरे चरण 5 थीमों पर आधारित होगा.


छह महीने चलेगा विशेष अभियान


उत्‍तर प्रदेश सरकार महि‍ला एवं बालिकाओं के साथ बाल अधिकारों व बाल श्रम कराने वालों पर सख्‍त कार्रवाई करेगी. बाल दिवस पर शुरू हो रहे मिशन शक्ति अभियान के दूसरे चरण में मिशन के रूप में चलाए जाने के निर्देश प्रदेश सरकार ने दिए हैं. इसे 180 दिनों तक चलाया जाएगा. बाकायदा सभी कार्यक्रम थीम वार आयोजित किए जाएंगे. कार्यक्रम की जिम्‍मेदारी महिला कल्‍याण तथा बाल विकास पुष्‍टाहार समेत अन्‍य विभागों को दी गई है. हर विभाग को अपने निर्धारित दिवस पर थीमवार आयोजित कार्यक्रम को ग्रैंड इवेंट के रूप में आयोजित करना होगा.


पांच थीमों पर चलेगा अभियान


राज्य सरकार दूसरे चरण को प्रभावी बनाने के लिये अलग अलग थीम पर विशेष जोर देगी. यह बाल एवं महिला अधिकार, मानसिक स्‍वास्‍थ्य व मनोसामाजिक परामर्श, कन्‍या भ्रूण हत्‍या, महिला तथा बच्‍चों की तस्‍करी, बलपूर्वक भिक्षावृति व बालश्रम, बाल विवाह व घरेलू हिंसा पर आधारित होगी.


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