लखनऊ. मुजफ्फरनगर दंगा मामले में बीजेपी नेताओं को राहत मिली है. योगी सरकार ने कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, बीजेपी विधायक संगीत सोम और कपिल देव पर दर्ज मुकदमों को वापस ले लिया है. बता दें कि सरकारी वकील राजीव शर्मा ने मुजफ्फरनगर की एडीजे कोर्ट में मुकदमा वापसी के लिए अर्जी दी थी. इस अर्जी पर कोर्ट ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है.


इन धाराओं में दर्ज हुआ था केस
7 सितंबर 2013 में नंगला मंदौड़ की महापंचायत के बाद इन नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. बीजेपी नेताओं पर भड़काऊ भाषण, धारा 144 का उल्लंघन, आगजनी और तोड़फोड़ की धाराओं में केस दर्ज किया गया था. मुजफ्फरनगर में सचिन और गौरव की हत्या के बाद यहां महापंचायत बुलाई गई थी.


कवाल गांव से हुई थी दंगे की शुरुआत
बताया जाता है कि मुजफ्फरनगर दंगे की शुरुआत 27 अगस्त 2013 को कवाल गांव से हुई थी. सचिन, गौरव और शाहनवाज के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था. झगड़े के बाद शाहनवाज की हत्या कर दी गई थी. शाहनवाज की मौत के बाद सचिन और गौरव की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इन हत्याओं के बाद मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक दंगे भड़के थे. दंगे में 60 लोग मारे गए थे और 40,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए थे.


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