Aligarh News Today: उत्तर प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ के दिव्यांगों को बड़ी सौगात दी ही. सरकार का ये उपहार मिलने के बाद दिव्यांग सड़कों पर फर्राटा भर सकेंगे और चंद घंटे में अपने गंतव्य पर पहुंच जाएंगे. इस योजना को लेकर अधिकारियों ने कागजी कार्यवाही पहले ही पूरी कर ली है.
दिव्यांग सशक्तिकरण अभियान के तहत दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के 'दिव्यांग एडिप योजना' का लाभ दिया जाएगा. इस योजना के तहत 1000 से ज्यादा दिव्यांगों को लाभ मिलेगा. इनमें से कुछ दिव्यांगों को सेल्फ स्टार्ट ट्राई साइकिल वितरित की गई है, जो बैट्री से संचालित होती है.
दिव्यांगों को लगे पंख
चंद घंटे में यह बैट्री ट्राई साइकिल कई किलोमीटर तक सफर तय कर सकती है. यह ट्राई साइकिल एक बार चार्ज होने पर 50 किलोमीटर तक का सफर तय करती है. इस योजना के तहत अब तक कई सौ लोगों को लाभ दिया जा चुका है.
'दिव्यांग एडिप योजना' के तहत जिन लोगों के नाम का रजिस्ट्रेशन किया गया है, उन्हें भी यह लाभ जल्द मिलेगा. उत्तर प्रदेश सरकार आगे भी इस अभियान को जमीनी पटल उतारने के लिए जोरशोर से काम कर रही है.
इस संबंध में अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम ने बताया कि केंद्र और यूपी सरकार ने जो वादे किए थे, उनको पूरा करने का काम मौजूदा सरकारों के द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को सशक्त बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है.
'आगे भी मिलेगा योजना का लाभ'
सांसद सतीश गौतम ने कहा कि अपने वादों को पूरा करने के लिए आज भी केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार के नेतृत्व में दिव्यांगों को सेल्फ स्टार्ट ट्राई साइकिल वितरित की गई है. इसके तहत अब तक 1000 लोगों को लाभ दिया जा चुका है.
अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने कहा कि इस योजना का लाभ पाने से जो लोग रह गए हैं, उनको भी आगे इसका लाभ मिलेगा. इसके अलावा कई हजार लोगों को कृत्रिम अंग भेंट किए गए हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस योजना का लाभ दर्जनों दिव्यांगों को मिलने वाला है.
दिव्यांगों ने जताई खुशी
इस योजना के तहत ट्राई साइकिल मिलने से दिव्यांग काफी खुश दिखाई पड़े. राजेश नाम के एक लाभार्थी ने बताया कि दिव्यांग होने के कारण उन्हें एक दूसरे के ऊपर आश्रित रहना पड़ता है, लेकिन अब ट्राई साइकिल मिलने से वे चंद मिनट में कई किलोमीटर तक का फासला तय कर सकते हैं और उन्हें किसी के सहारे की भी जरुरत नहीं होगी.
एक अन्य लाभार्थी ने बताया कि पहले की ट्राई साइकिल को चलाने के लिए सहारा लेना पड़ता था, लेकिन अब इलेक्ट्रिक ट्राई साइकिल आ चुकी है. उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक ट्राई साइकिल से उन्हें काफी फायदा होगा.
इस योजना के तहत मौके पर कृत्रिम अंग भी बांटे जा रहे हैं. इलेक्ट्रिक ट्राई साइकिल और कृत्रिम अंग मिलने के बाद दिव्यांग लाभार्ती काफी गदगद दिखाई पड़े.
ये भी पढ़ें: जौनपुर में अटला देवी का मंदिर तोड़कर बनी मस्जिद? इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा मामला