Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी हिंसा में किसानों की मौत के बाद से राजनीति का पारा काफी बढ़ा हुआ है. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं का लखीमपुर जाने का सिलसला जारी है. इसी को लेकर हरियाणा-पंजाब से विपक्षी पार्टियों के नेताओं के आने की सूचना पर पुलिस प्रशासन द्वारा यूपी हरियाणा बॉर्डर को बैरिकेड लगाकर पूरी तरह से सील कर दिया गया है.


5 दिन पहले हुई थी लखीमपुर में हिंसा


5 दिन पहले उत्तर प्रदेश के लखीमपुर हिंसा हुई थी जिसमें 4 किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद से उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश की सियासत गरमाई हुई है. इसी क्रम में हरियाणा पंजाब व राजस्थान से विपक्षी पार्टियों के नेताओं और किसान नेताओं के आने की सूचना पर कैराना स्थित यूपी बॉर्डर तथा सनौली पुलिस चौकी स्थित हरियाणा बॉर्डर को पूरी तरह से उत्तर प्रदेश पुलिस और हरियाणा पुलिस प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया है. सड़क को सील करने के लिए पूरे सड़क की बैरिकेडिंग की गई है. इसके अलावा सड़क पर वाहनों को भी खड़ा कर दिया गया है. कैराना यमुना ब्रिज पर खुद डीएम और एसपी भी मौजूद हैं. बॉर्डर को जिस तरह से सील किया गया उससे यही लगता है कि विपक्षी दल के नेताओं को हरियाणा से यूपी में एंट्री नहीं दी जाएगी. बॉर्डर सील होने से यहां से जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. कई यात्री इस दौरान सड़क पर पैदल चलने को मजबूर भी देखे गए.


प्रियंका ने कहा पीड़ित को मुआवजा नहीं, न्याय चाहिए


लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद से अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इस बीच कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष केंद्र और राज्य की योगी सरकार पर हमलावर हो चुकी है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि पीड़ित को मुआवजा नहीं न्याय चाहिए.


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