हरदोई, एबीपी गंगा। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने लापता सरकारी डॉक्टरों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे डॉक्टरों की पहचान कर ली गई है और उन्हें जल्द ही बर्खास्त किया जाएगा। जय प्रताप रविवार को हरदोई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना के न्यू पीएचसी गौरी खालसा में मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले के निरीक्षण में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे 700 चिकित्सक चिन्हित किए गए हैं जो सरकारी अस्पतालों में नियुक्ति लेने के बाद यह तो कहीं दूसरी जगह चले गए हैं या फिर उन्होंने बगैर बताए उच्च शिक्षा लेना शुरू कर दिया है। ऐसे डॉक्टरों की बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू हो गई है और एक डेढ़ महीने में इन सभी की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी।
"कोरोना से डरने की जरूरत नहीं"
स्वास्थ्य मंत्री ने जानलेवा कोरोना वायरस के बारे में कहा कि इस विषाणु से डरने की जरूरत नहीं है और सिर्फ ऐहतियात बरत कर इससे निपटा जा सकता है। देश में इसके 84 और उत्तर प्रदेश में कुल 13 मामले हैं। भारत इस वायरस से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर और हवाई अड्डों पर थर्मल स्कैनर लगाए गए हैं। बाहर से आने वालों का वीजा भी फिलहाल रोक दिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश में कोरोना के 13 केस हैं जबकि प्रदेश में लगभग 1400 बेड हर जिले में हमने तैयार कर रखे हैं और हर केस को गंभीरता से देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मास्क लगाने की आवश्यकता नहीं है, बस बचाव रखें और इससे डरने की आवश्यकता भी नहीं है।