Auraiya News: औरया जिले में एक शिक्षक ने एक दलित छात्र को बुरी तरीके से पीटा, जिसकी 20 दिनों के बाद सैफई अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई जिसके बाद बच्चे के शव को इटावा जिले में ही पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम होने के बाद शव जैसे ही जनपद में आया तो परिजनों सहित ग्रमीणों में आक्रोश देखने को मिला और भीम आर्मी सहित सपा के विधायक प्रदीप यादव मौके पर पहुंच गए, जहां शव को कॉलेज के गेट के बाहर रखकर अपनी मांगों को प्रशासन के सामने रखा.
हंगामे की खबर जैसे ही उच्चाधिकारियों को लगी तो मौके पर भारी पुलिस बल सहित एडिशन एसपी और सीओ घटना स्थल पर पहुंचे, जहां परिजनों ने 50 लाख रुपए, पीड़ित परिजन के एक सदस्य को नौकरी और आवास के साथ साथ आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी की मांग की. इधर प्रशासन की ओर से परिजनों को समझाने का प्रयास किया गया. साथ ही हर संभव मदद करने का भरोसा दिया गया.
औरया जिले के अछल्दा थाना क्षेत्र के बेसौली गांव के रहने वाले राजू दोहरे के बेटे निखिल की शिक्षक की पिटाई के दौरान आज 20 दिन के इलाज के बाद सैफई अस्पताल में मौत हो गई. मृतक छात्र के परिजनों का आरोप है कि आरोपी शिक्षक ने बच्चे के इलाज के लिए दो बार रुपए दिए लेकिन बाद में फोन उठाना बंद कर दिया था.
बीते 7 सितंबर को निखिल की शिक्षक अश्वनी सिंह ने इस बात से पिटाई कर दी थी क्योंकि उसने टेस्ट में गलत जवाब लिखा था. शिक्षक की पिटाई से छात्र को गम्भीर चोट आई थी जिसके बाद दलित छात्र के परिजनों को शिक्षक ने छात्र के इलाज को लेकर बात की ओर छात्र का इलाज सैफई अस्पताल में हो रहा था और शिक्षक ने दो बार इलाज की रकम दी और बाद में पीड़ित परिजनों का फोन उठाना बंद कर दिया जिसके बाद छात्र के परिजनों ने थाने में तहरीर दे कर मुकदमा दर्ज कराया
लेकिन आज छात्र की इलाज के दौरान ही मौत हो गई जहां इटावा जिले में ही बच्चे के शव का पैनल द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया इधर बच्चे की मौत की खबर लगते ही आरोपी शिक्षक फरार हो गया जिसको पकड़ने के लिए पुलिस ने टीमें लगा दी है और विभाग की तरफ से भी कार्यवाही करते हुए शिक्षक अश्वनी को निलंबित कर दिया.
इटावा से पोस्टमार्टम होने के बाद जैसे ही शव अछल्दा कस्बे में पहुंचा तो मौके पर भीम आर्मी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठा होकर बच्चे के शव को कालेज के गेट के बाहर रख कर अपनी मांगों को लेकर हंगामा करने लगे इधर शव आने की खबर हंगामे की खबर जैसे ही सपा विधायक प्रदीप यादव को लगी तो परिवार के साथ शोक व्यक्त करने के लिए पहुंचे.
हंगामा को बढ़ता देख एडिशनल एसपी शिष्यपाल सहित सीओ मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझने का प्रयास किया जहां परिजनों ने अधिकारियों के सामने अपनी मांगों को रखा 50 लाख रुपए,पीड़ित परिजन के एक सदस्य को नौकरी और आवास के साथ साथ आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी की मांग की.
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