Lucknow News: उत्तर प्रदेश में सरकारी महकमों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने, समस्याओं के निराकण प्रक्रिया को मजबूत बनाने के लिए योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. अब सिंचाई व जल संसाधन मंत्रालय को ऑनलाइन वेब पोर्टल बेस्ड सॉफ्टवेयर मॉनिटरिंग मैनेजमेंट सिस्टम से युक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस क्रम में यूपी इलेक्ट्रॉनिक्सं कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPLC)ने सॉफ्टवेयर डेवलमेंट एजेंसी निर्धारण प्रक्रिया को ई-टेंडर के माध्यम से शुरू कर दिया है. इस एजेंसी निर्धारण प्रक्रिया में यूपीएलसी से पहले इंपैनल्ड सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एजेंसियां ही भाग ले सकेंगी. सर्विस प्रोवाइडर केटेगरी (बी तथा सी) के अंतर्गत उन्हें कार्य सौंपा जाएगा.
उत्तर प्रदेश सिंचाई व जल संसाधन मंत्रालय में ऑनलाइन मॉनिटरिंग मैनेजमेंट इनेबल्ड सॉफ्टवेयर मैनेजमेंट सिस्टम के विकास के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है. इसके अनुसार, इस प्रक्रिया के अंतर्गत कार्य प्राप्त करने वाली एजेंसी को ऐसे सॉफ्टवेयर का विकास करना होगा जो कि ऑनलाइन वेब पोर्टल बेस्ड सॉफ्टवेयर होने के साथ ही डाटा कस्टमाइजेशन, प्रोग्रेस डाटा फीडिंग, ट्रैकिंग व मॉनिटरिंग समेत विभिन्न प्रकार की सुविधाओं से लैस होगी. इसके साथ ही यह यूजर की भूमिका और पदनाम के अनुसार डाटा से संबंधित विभिन्न प्रकार के कार्यों को पूर्ण करने में सहायता करेगी. इसके अलावा यह प्रगति रिपोर्ट समेत विभिन्न प्रकार के रिपोर्ट्स बनाने का भी माध्यम बनेगी.
इन सुविधाओं से होगा लेस
इस वेब बेस्ड पोर्टल को स्प्रिंग सिक्योरिटी 6 प्रोटेकॉल के अंतर्गत विकसित किया जाएगा. पोर्टल को विंडोज-10 व विंडोज-11 इनेबल्ड बनाया जाएगा और एमवीसी स्प्रिंग बूट फ्रेमवर्क युक्त होगा. इसके अतिरिक्त, रेस्ट एपीआई स्प्रिंग बूट, जावा व एचटीएमएल इनेबल्ड एज्यूरे वीएम सर्वर के हिसाब से कार्य करेगा. इसे यूजर इंटरनैक्शन हैंडलिंग कैपेसिटी, सिक्योरिटी कॉन्फिगरेशन, कस्टम ऑथेंटिकेशन व सिक्योरिटी फिल्टर्स से लैस किया जाएगा. विभिन्न स्तरों पर समस्या का निराकरण व मॉनिटरिंग प्रक्रिया को भी इस वेब बेस्ड पोर्टल को भी युक्त किया जाएगा.
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