ह्यूमन ट्रैफिकिंग - कानपुर में 10 साल के बच्चे को 30 हजार में खरीदकर बनाया बंधुआ मजदूर, आरोपी गिरफ्तार
UP News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दस साल के बच्चे को मानव तस्करी के जरिए पहले खरीद गया और फिर उसे कानपुर में एक परिवार को 30 हजार रुपये में बेच दिया गया. पुलिस ने बच्चे का रेस्कयू किया.
Human trafficking in kanpur: मानव तस्करी को लेकर भले ही कानून में सजा का प्रावधान हो लेकिन इंसान ही इंसान को खरीदकर आज भी अपना गुलाम बनाने से बाज नहीं आ रहा है. ह्यूमन ट्रैफिकिंग को लेकर आज भी देश में तमाम संस्थाएं और सरकार से लेकर पुलिस अधिकारी तक काम कर रहे हैं. जिससे इस तरह की मानव तस्करी पर अंकुश लगाया जा सके.
कानपुर में एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक दस साल के बच्चे को मानव तस्करी के जरिए पहले खरीदा गया और फिर उसे कानपुर में एक परिवार को 30 हजार रुपए में बेचा गया और उसके बाद मासूम बच्चे को बंधुआ मजदूर बनाकर घर में मजदूरी कराई जा रही थी. पुलिस की हेल्पलाइन नंबर 112 पर दी गई सूचना से पुलिस ने बंधक बच्चे को मुक्त कराकर कई तस्करों और बच्चे को खरीदने वाले शख्स के खिलाफ ह्यूमन ट्रैफिकिंग की रिपोर्ट दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है.
क्या था मामला
कानपुर के गोविंद नगर क्षेत्र के बी ब्लॉक में रहने वाले आरोपी अंकित आनंद के नाम पर कानपुर पुलिस को हेल्पलाइन नंबर पर एक सूचना दी गई, पुलिस को बताया गया कि एक घर में एक दस साल के बच्चे को बंधुआ मजदूर बनाकर रखा गया है. यहां तक की सूचना देने वाले ने ये भी पुलिस को बताया कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग के माध्यम से बच्चे को मानव तस्करी करने वाले गिरोह से 30 हजार रुपए में खरीदा गया है और अब उसे खरीदने वाला अंकित आनंद नाम का शख्स उसे अपने घर में बंधक बनाकर अमानवीय व्यवहार कर रहा है और उसे बतौर मजदूर बनाकर बंधुआ बना रखा है. मामले की जानकारी पर गोविंद नगर पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया और सूचना पर आरोपी अंकित आनंद के घर जा पहुंची जहां मासूम को अस्तव्यस्त हालत में बरामद किया.
जिसके बाद बच्चे से पूछताछ की गई और पता चला कि बच्चे को एक महीने पहले पप्पू यादव नाम के तस्कर से खरीदा गया था और उसके साथ अन्य चार लोग भी शामिल थे. बच्चे ने बताया कि आरोपी अंकित आनंद ने उसे जिससे खरीदा है वो लोग तमाम बच्चों को अलग अलग शहरों में बेचते हैं. वहीं पुलिस ने बच्चे को जिस घर से बरामद किया, उस घर के मालिक अंकित आनंद को भी गिरफ्तार कर लिया जिसने जानकारी दी कि उसने बच्चे को घर के काम के लिए खरीदा था. वहीं बच्चे ने ये भी बताया कि उससे घर का सारा काम कराया जा रहा था. घर का बाथरूम भी साफ कराया जाता था साथ उसे मारा पीटा भी जाता था खाना भी भरपेट नहीं दिया जाता था. जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले में रिपोर्ट लिखकर आरोपी अंकित आनंद को गिरफ्तार कर लिया है.
क्या बोली पुलिस
वहीं इस पूरे मामले में एडीसीपी महेश कुमार ने बताया कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही अन्य चार आरोपियों की तलाश की जा रही है और उन्हें पकड़ने के लिए टीमें भी गठित कर दी गई हैं. मानव तस्करी से जुड़ी हुई धाराओं में सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है.
यह भी पढ़ें- मिल्कीपुर उपचुनाव से पहले सपा के लिए अयोध्या में बढ़ी मुसीबत, 500 नेताओं से एक साथ छोड़ी पार्टी