UP News: यूपी के दारोगा पर वसूली समेत बहू के साथ अवैध संबंध का आरोप, सोशल मीडिया पर लेटर वायरल
Kanpur News: दारोगा कमल किशोर के तरफ से पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ गुमनाम पत्र डलवाए जाते थे, जिसमें जांच के नाम पर उनसे वसूली की जाती है और वसूली कर के दरोगा ने करोड़ों की संपत्ति भी बना ली है.
UP Kanpur Viral Letter: उत्तर प्रदेश की कानपुर कमिश्नरेट पुलिस इन दिनों अपने कई अलग-अलग कारनामों की वजह से सुर्खियों में है. एक नया मामला फिर सुर्खियों में आया है, जो एक वायरल गुमनाम पत्र की वजह से है. महिला पुलिस कर्मियों की तरफ से वायरल इस गुमनाम पत्र में निशाना दारोगा कमल किशो अग्निहोत्री को बनाया गया है. वायरल पत्र में दारोगा कमल किशोर पर वसूली समेत अवैध संबंध, जैसे घिनौने आरोप भी वायरल पत्र में लगाए गए हैं.
करीब 22 सालो से जनपद में तैनात ये दरोगा ट्रांसफर के बाद भी अपने पद पर कार्य कर रहा था, लेटर वायरल होने के बाद फिलहाल आरोपी दरोगा को अधिकारियों ने रिलीव कर दिया है. मंगलवार (7 नवंबर) वायरल एक पत्र ने पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया. दारोगा कमल किशोर अग्निहोत्री बीते करीब 22 साल से कानपुर में अलग-अलग कार्यालयों में कार्य करते रहें. वर्तमान में उनकी तैनाती कमीश्नरेट मुख्यालय में थी. वायरल पत्र में दारोगा कमल किशोर पर आरोप लगाए गए हैं कि दरोगा जनपद में सालो से टिके हुए हैं.
दरोगा पर बहु के साथ नाजायज संबंध
पत्र में आरोप है कि दारोगा कमल किशोर के तरफ से पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ गुमनाम पत्र डलवाए जाते थे, जिसमें जांच के नाम पर उनसे वसूली की जाती है और वसूली कर के दरोगा ने करोड़ों की संपत्ति भी बना ली है. इन आरोपों के साथ दरोगा पर अपनी बहु से नाजायज संबंध होने की बात तो लिखी हुई है साथ ही ये भी लिखा है कि दारोगा ने कई महिला सिपाहियों के साथ भी जांच के नाम पर अवैध संबंध बना रखे हैं. वायरल पत्र में ये भी लिखा है कि दारोगा रहते हुए भी कमल किशोर ने कभी थाने की पोस्टिंग नहीं ली. सिर्फ अधिकारियों के विश्वास का नाजायज फायदा उठा कर दूसरो को परेशान कर उगाही की.
पत्र वायरल होने के बाद बुधवार को जब मीडिया में मामला उठा और इस विषय पर डीसीपी मुख्यालय शिवा जी ने बताया कि एसआई कमल किशोर पहले कॉन्स्टेबल थे और कानपुर में 12 साल रहें. उससे पहले भी जीआरपी कानपुर में ही सीओ कार्यालय में तैनात रहे. इसके बाद दोबारा भी पोस्टिंग यहीं हो गई थी. उनका ट्रांसफर भी हो रखा था. फिलहाल उन्हें रिलीव कर दिया गया है.
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