Kanpur News: कानपुर के चिड़ियाघर में तिजोरी से 6 लाख की चोरी, CCTV कैमरे को बंद कर दिया घटना को अंजाम
Uttar Pradesh News: करीब 1 सप्ताह में हुई कमाई को तिजोरी में रखवा दिया गया था और बाहर से ताला बंद था. इस मामले में शक के आधार पर चार कर्मचारियों से पूछताछ की गई.
UP News: उत्तर प्रदेश के कानपुर प्राणी उद्यान में चोरों ने भारी-भरकम तिजोरी पर हाथ साफ कर दिया. चोर चिड़ियाघर के कैश रूम में रखी करीब दो कुंटल की तिजोरी को 26 जनवरी की रात चोरी कर उड़ा ले गए, जिसमें करीब 6 लाख रुपये रखे हुए थे. जू-प्रशासन की मानें तो शुक्रवार सुबह जब अधिकारी कैश रूम में पहुंचे, तो बाहर से ताला बंद मिला, लेकिन अंदर तिजोरी गायब थी. पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर शक के आधार पर चार कर्मचारियों से पूछताछ की है. प्रभारी क्षेत्रीय वन अधिकारी दिलीप गुप्ता के रूम में ये तिजोरी रखी हुई थी.
जू-प्रशासन ने पुलिस को बताया कि चिड़ियाघर में आने वाले दर्शकों से होने वाली आय को परिसर में ही स्थित प्रशासनिक भवन में बने कैश रूम में तिजोरी में रखी जाती है. ज्यादा कैश जमा होने पर उसे ट्रेजरी में जमा करवा दिया जाता है. करीब 1 सप्ताह में हुई कमाई को तिजोरी में रखवा दिया गया था और बाहर से ताला बंद था. शुक्रवार सुबह रूम में अधिकारी पहुंचे, तो अंदर से भारी-भरकम तिजोरी गायब हो गई थी.
कर्मचारियों पर है शक
जू-प्रशासन की मानें तो कैश इंचार्ज समेत चार कर्मचारियों पर इस मामले में शक जताया गया, जिनके पास तिजोरी की चाबी रहती है. नवाबगंज पुलिस ने प्रशासनिक भवन में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला, तो पता चला कि वारदात को अंजाम देने से पहले चोरों ने सीसीटीवी कैमरे भी बंद कर दिए थे. वहीं जांच कर रहे डीसीपी ने जल्दी वारदात का खुलासा करने का दावा किया. चिड़िया घर में चोरी के मामले में पुलिस का कहना है कि चोरों ने कैश रूम का ताला चाबी से खोलने के बाद तिजोरी पर फिर से ताला लगा दी. पुलिस को आशंका है कि भारी भरकम तिजोरी उठाने के लिए चार से पांच लोग रहे होंगे.
इस बीच पता चला कि 1 साल पहले तक चिड़ियाघर में 13 पीआरडी जवानों की ड्यूटी लगाई जाती थी. जब इसके डायरेक्टर केके सिंह ने चार्ज संभाला तो उन्होंने खर्चों को कम करने के लिए जवानों की संख्या घटाकर तीन कर दी. वारदात के दिन भी तीन पीआरडी जवानों की ड्यूटी मुख्य गेट के बाहर थी. वहीं कैश रूम के बाहर सिपाहियों की तैनाती थी. रात में ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मचारियों को फिलहाल पुलिस शक की निगाह से देख रही है. पुलिस का कहना है कि फॉरेंसिक और डॉग स्क्वायड की मदद से इस मामले का खुलासा किया जाएगा.
पुलिस छानबीन कर रही है
डीसीपी सेंट्रल रविंद्र कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कानपुर जूलॉजिकल पार्क के डिप्टी रेंजर के द्वारा थाना नबाबगंज पर एक सूचना दी गई. उनके द्वारा बताया गया कि उनके यहां 26 जनवरी को लेकर जो पैसे रखे गए थे, जो करीब 6 लाख रुपये थे और ये टिकट के पैसे थे, वो पूरी तिजोरी के साथ गायब थे. उक्त सूचना पर नवाबगंज थाने की पुलिस तत्काल प्रभाव से मौके पर गई और वहां पर कार्यरत लोगों से विशेष तौर पर पूछताछ की. पूछताछ के दौरान कुछ ट्रेल्स मिले हैं, उनके आधार पर छानबन हो रही है. उन्होंन कहा कि हमारी टीम पूरे वन्य क्षेत्र में जहां-जहां पर भी संभावनाएं हैं, वहां पर हम कॉम्बिंग कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि जो भी इनपुट मिले हैं, उनके आधार पर छानबीन हो रही है. तहरीर के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
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