Khair By Election 2024: अलीगढ़ के खैर विधानसभा में उपचुनाव होने से पहले अब जातिगत समीकरण साधने के लिए सभी पार्टियों के द्वारा जातिगत आंकड़े बैठाना भी शुरू कर दिया है. उसी क्रम में आज भी समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का आना खैर विधानसभा में शुरू हो गया है. जिसके चलते समाजवादी पार्टी के द्वारा ब्राह्मण वोटरों पर सेंध लगाने के लिए समाजवादी पार्टी की महिला सभा की राष्ट्रीय महासचिव अर्चना पांड्या के द्वारा ब्राह्मणों के साथ भेदभाव व उनकी हत्या कराने के आरोप मौजूदा सरकार पर लगाए है.


अर्चना पांडे का कहना है, मौजूदा हालात में समाजवादी पार्टी को ब्राह्मण समर्थन दे रहे हैं. 36 बिरादरियों का समर्थन समाजवादी पार्टी को मिल रहा है. समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी चारु केन एक तरफा जीतने जा रही है. मौजूदा सरकार में ब्राह्मणों को जितना सताया गया है, किसी सरकार में नहीं सताया गया. विकास के नाम पर सिर्फ छलावा किया गया है. जल्द ही समाजवादी पार्टी सत्ता में आएगी, फिलहाल 9 विधानसभा पर समाजवादी पार्टी बड़ी जीत हासिल करने वाली है.


क्या है जातीय समीकरण
खैर विधानसभा में वोटरों की अगर बात कही जाए तो सभी पार्टियां जातीय समीकरण बैठाने के लिए उस वोट बैंक को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए लगी हुई है.साथ ही उन्ही के नेताओं को जनता के पास भेज रही है,खैर विधानसभा में ,ब्राह्मण वोटरों को हल्के में नहीं आंका जा सकता. वजह है ब्राह्मणों का अच्छा खासा वोट बैंक रहा है,जिसमे पहले नम्बर पर बेशक जाट वोट बैंक 1.15 लाख की लीड लेकर पहले नम्बर है. लेकिन अगर ब्राह्मण वोटरों की बात कही जाए तो 70 हजार से अधिक ब्राह्मण वोटर हैं. जबकि एससी वोटरों की संख्या 1 लाख 50 हजार से ऊपर है.


बता दें कि यहां 35 हजार से अधिक वैश्य और 30 हजार के करीब मुस्लिम वोटर हैं.लेकिन ब्राह्मण वोटर पर सबकी नजर है. क्योंकि ब्राह्मण वोटर लोकसभा चुनाव में विरोध के सुर में था, हालांकि भाजपा को वोट तो मिला. लेकिन आक्रोश ब्राह्मण वोटरों में छिपा नहीं था,लेकिन सपा ब्राह्मण वोटरों को अपने पाले में खींचने के लिए डिबाई के पूर्व विधायक गुड्डू पंडित की पत्नी व सपा की राष्ट्रीय महासचिव महिला सभा को खैर विधानसभा भेजकर ब्राह्मण वोटरों पर भाजपा ने सेंध लगाने की कोशिश की है.


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