Kanpur News: अफसरों से तवज्जो ना मिलने पर भड़कीं किन्नर कल्याण बोर्ड की उपाध्यक्ष सोनम चिश्ती, दी ये चेतावनी
कानपुर पहुंची उत्तर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड की उपाध्यक्ष सोनम चिश्ती पुलिस आयुक्त और अधिकारियों की अनदेखी से खफा हो गईं. किन्नर समाज के उत्थान के लिए विकास भवन में विशेष बैठक बुलाई गई थी.
Kanpur News: उत्तर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड (UP Kinnar Kalyan Board) की उपाध्यक्ष सोनम चिश्ती (Sonam Chishti) आज कानपुर (Kanpur) में पुलिस आयुक्त और अधिकारियों की अनदेखी पर बिफर गईं. उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि किन्नर समाज के स्वाभिमान और सम्मान के साथ किसी को भी खिलवाड़ करने नहीं दिया जाएगा. कानपुर में किन्नर समाज के उत्थान के लिए विकास भवन में विशेष बैठक बुलाई गई थी. बैठक से पूर्व उपाध्यक्ष सोनम चिश्ती ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात की.
अधिकारियों की उपेक्षा पर भड़कीं सोनम चिश्ती
उन्होंने अफसरों से तवज्जो नहीं मिलने पर आक्रोश जताया. उन्होंने कहा कि अनदेखी करनेवाले अफसरों की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की जाएगी. सोनम चिश्ती अधिकारियों की अनदेखी पर इतनी आहत हो गईं कि उन्होंने किन्नर कल्याण बोर्ड से इस्तीफा सौंपने तक का भी अल्टीमेटम दे दिया. मीडिया से बातचीत में उपाध्यक्ष सोनम चिश्ती ने कहा कि बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी की स्टार प्रचारक के रूप में काम कर चुकी हैं और प्रदेश में पार्टी ने जीत का परचम लहराया है.
किन्नर समाज के उत्थान की खातिर बोर्ड ने 207 करोड़ का बजट प्रावधान करने की मांग सरकार से की है. बजट राशि किन्नर समाज की शिक्षा, स्वास्थ्य, कला और संस्कृति समेत कई अन्य मदों में खर्च किया जा सके. उपाध्यक्ष ने कहा कि शहर की जिलाधिकारी ने पूरा सहयोग करने का वायदा किया है. लेकिन बोर्ड की उपाध्यक्ष होने के बावजूद पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने कोई तवज्जो नहीं दी और ना ही कोई एस्कॉर्ट उपलब्ध कराया. उन्होंने आरोप लगाया कि बना एस्कॉर्ट के तीन घंटे तक शहर में भटकती रहीं.
लापरवाह अफसरों की सीएम से करेंगी शिकायत
उन्होंने डीएम नेहा शर्मा को धन्यवाद दिया और साफ शब्दों में कहा कि बैठकों में शामिल ना होने वाले अफसरों और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगी. किन्नर कल्याण बोर्ड संवैधानिक संस्था है और इसकी अवहेलना नहीं की जानी चाहिए. किन्नर भी भारत के नागरिक हैं और उन्हें भी सभी अधिकार प्राप्त हैं. इसलिए बोर्ड को या किन्नर समाज को हल्के में लेने की कोशिश कतई ना करें. उपाध्यक्ष सोनम चिश्ती ने बताया कि प्रदेश में किन्नर समाज की जनगणना जिलेवार की जा रही है और जल्द ही प्रदेश में किन्नरों की तादाद और समस्याओं का डाटा जनता के सामने रखा जाएगा और सरकार से किन्नरों की मदद करने की मांग की जाएगी.