लखनऊ. यूपी में धर्मांतरण मामले की जैसै-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे ही उसमें नए खुलासे हो रहे हैं. अब जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण मामले के तार आतंकी संगठन से भी जुड़े हैं. साथ ही इसमें टेरर फंडिंग के सबूत भी मिले हैं. 


वहीं, यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि मामले में उच्चस्तरीय जांच की जा रही है. एबीपी न्यूज के साथ खास बातचीत में कानून मंत्री ने कहा, "ये एक लंबा रैकेट है. एक हजार से ज्यादा लोगों को लालच देकर उनका धर्मांतरण कराया गया है. जिन लोगों का धर्म परिवर्तन किया गया उनमें ज्यादातर गरीब तबके के लोग और दिव्यांग हैं. यूपी सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी."


"एनएसए के तहत होगी कार्रवाई"
कानून मंत्री ने आगे कहा कि मामले में जो भी दोषी होगा उसके इलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने आगे बताया कि इस मामले में नाम धीरे-धीरे उजागर हो रहे हैं. विदेशी फंडिंग की बात भी सामने आई है. दोबारा एसी घटना ना हो उसके लिए जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों को निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई भी करने को कहा गया है.


वहीं, जमीयत उलेमा ए हिंद की तरफ से धर्मांतरण के आरोपी उमर गौतम की कानूनी मदद के ऐलान पर उन्होंने कहा कि अगर अपराधी के समर्थन में कोई आता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है.


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