प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। यूपी के वकील मार्च महीने में 5 दिनों की हड़ताल पर रहेंगे और इसके बाद 15 अप्रैल को लखनऊ जाकर विधानसभा का घेराव करेंगे। वकीलों की यह हड़ताल वकीलों पर हो रहे हमलों, सरकार और पुलिस द्वारा इन मामलों में कड़ी कार्रवाई न किये जाने, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू न होने, मृतक वकीलों के परिवार वालों को दी जाने वाली धनराशि में आर्थिक सहयोग नहीं किये जाने और बार काउंसिल द्वारा जारी सीओपी कार्ड को ही मान्य किये जाने जैसे मुद्दों को लेकर होगी।


हड़ताल का एलान यूपी के वकीलों की सबसे बड़ी संस्था बार काउंसिल ने किया है। काउंसिल ने हड़ताल पर जाने का फैसला समूचे यूपी की बार एसोसिएशनों के पदाधिकारियों से बातचीत के बाद लिया है।


यूपी बार काउंसिल के चेयरमैन हरिशंकर सिंह के मुताबिक समूचे यूपी के वकील मार्च महीने में ह सोमवार को हड़ताल पर रहेंगे और अपनी अदालतों के कैंपस के बाहर प्रदर्शन करेंगे। यूपी के वकील 2, 9, 16, 23 और 30 मार्च को न्यायिक कार्यों से विरत रहेंगे और प्रदर्शन व नारेबाजी कर विरोध जताएंगे।



15 अप्रैल को समूचे यूपी के वकील लखनऊ में ड्रेस पहनकर पहुंचगे और विधानसभा का घेराव करेंगे। 30 मार्च को सभी अदालतों के बाहर यूपी सरकार का पुतला जलाया जाएगा। चेयरमैन हरिशंकर सिंह के मुताबिक मौजूदा सरकार वकीलों की समस्याओं को लेकर कतई गंभीर नहीं है। इसकी वजह से मजबूरी में न्यायिक कार्य से विरत रहने का फैसला किया गया है।