OP Rajbhar On Loudspeaker Row: लाउडस्पीकर अब बस एक यंत्र नहीं बल्कि राजनीति चमकाने का मंत्र बनता जा रहा है. जिसका जाप करके हर राजनीतिक दल अपना उल्लू सीधा करने में लगे हैं. लाउडस्पीकर पर देश भर में छिड़े विवाद में अब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी एक नये डिमांड के साथ कूद गई है. एबीपी न्यूज से बात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने शादियों में बजने वाले डीजे और रैलियों में लाउडस्पीकर पर बैन लगाने की भी मांग की. राजभर यहीं नहीं रुके. बल्कि कांवड़ यात्रा पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा में ना जाने की नसीहत तक दे डाली.


राजभर ने कहा, ''नमाज़ सड़कों पर तभी पढ़ी जाती है जब मस्ज़िद में जगह नहीं होती है, ऐसे में आधे एक घण्टे की नमाज़ सड़कों पर नहीं होगी तो कहां होगी? कांवड़ यात्रा में तो सड़कों पर कब्ज़ा हो जाता है, उस पर नियंत्रण कैसे करेंगे?'' उन्होंने कहा कि लोगों को कांवड़ यात्रा में जाना ही नहीं चाहिए क्योंकि उच्च जाति के लोग कांवड़ में नहीं जाते, सिर्फ छोटी जाति के लोग जाते है. इसलिए उन्हें आगे बढ़ना है तो कांवड़ यात्रा पर नहीं जाना चाहिए.


अखिलेश यादव ने लाउडस्पीकर पर कही ये बात


मामला जहां राजनीतिक रूप लेता जा रहा है. ऐसे में राजभर के राजनीतिक सहयोगी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी लाउडस्पीकर के मुद्दे पर बीजेपी को आड़े हाथों लिया. अखिलेश यादव ने कहा, ''भाजपा सरकार जानबूझकर लाउडस्पीकर का मुद्दा लेकर आई है. आज नौजवान भाजपा कार्यालय के सामने जाकर नौकरी मांग रहा है. उसे लाठी मिल रही है. अपमानित होना पड़ रहा है. इससे बचने के लिए सरकार लाउडस्पीकर पर बहस करना चाहती है.''


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आजम खान ने मिलने जाएंगे राजभर


सपा के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान की नाराज़गी की खबरों के बीच सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी आज़म ख़ान से मिलने सीतापुर की जेल जाएंगे. उन्होंने आज़म खान की नाराज़गी की ख़बरों को ख़ारिज करते हुए कहा कि उन्होंने जेल प्रशासन से समय मांगा है. शिवपाल यादव की नाराज़गी को पारिवारिक मामला बताते हुए सब ठीक होने का दावा राजभर ने किया है.


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