UP में हाथी की चाल हुई धीमी? तीसरे चरण की आहट से पहले बढ़ी BSP चीफ की टेंशन! इन सीटों की हो रही चिंता
UP Lok Sabha Election 2024 में तीसरे फेज के लिए 7 मई को वोटिंग होगी. यूपी में इस चरण में 10 सीटों पर मतदान होगा. इसमें से सिर्फ 9 पर ही बसपा के प्रत्याशी मैदान में हैं. यहां पढ़ें सभी सीटों की रिपोर्ट-
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण के लिए 7 मई को मतदान कराया जाएगा. 7 मई को राज्य की 10 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा. इसमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल है. हालांकि बहुजन समाज पार्टी इन 10 में से सिर्फ 9 सीटों पर ही चुनाव लड़ पाएगी. राज्य में 19 अप्रैल को पहले चरण और दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को जो मतदान संपन्न हुआ है उन 16 में से कई सीटों पर बसपा का असर माना जा रहा है.
पश्चिमी यूपी की सहारनपुर,कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद , रामपुर और पीलीभीत में पहले चरण में मतदान हुआ वहीं दूसरे चरण में अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा में वोटिंग हुई. इन 16 सीटों में से करीब 8-10 सीटें ऐसी मानी जा रही हैं जिन पर बसपा निर्णायक भूमिका में है.
बसपा की हाथी के लिए राह आसान नहीं!
हालांकि तीसरे चरण की 10 सीटों में से 9 पर चुनावी मैदान में बसपा की हाथी के लिए राह आसान नहीं दिख रही है. बसपा के प्रत्याशियों की सूची का विश्लेषण करें तो पाएंगे कि तीसरे चरण की ज्यादातर सीटों पर पार्टी मुस्लिम और ओबीसी मतदाताओं के भरोसे है. तीसरे चरण के लिए 7 मई को जिन सीटों पर वोट डाले जाएंगे उनमें से कोई भी सीट बसपा ने साल 2019 के चुनाव में नहीं जीते थे. हालांकि साल 2009 के चुनाव में पार्टी ने संभल और फतेहपुर सीकरी सीट पर जीत हासिल की थी.
बसपा जिन 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है उसमें से मैनपुरी और फिरोजाबाद सीट यादव परिवार का गढ़ मानी जाती है ऐसे में यहां उसकी जीत का रास्ता आसान नहीं है. मैनपुरी में बसपा ने समाजवादी की प्रत्याशी डिंपल यादव के मुकाबले शिव प्रसाद यादव को कैंडिडेट बनाया है. यादव बनाम यादव की लड़ाई में सपा के लिए यह सीट फंस सकती है. वहीं बीजेपी ने जयवीर सिंह को उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में मुकाबाल त्रिकोणीय होता नजर आ रहा है.
क्या हाल है इन सीटों का?
फतेहपुर सीकरी में बसपा ने राम निवास शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. बसपा ने अपने इस फैसले से कांग्रेस प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार की राह मुश्किल कर दी है. बात संभल और बदायूं लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों की करें तो यहां मुस्लिम वोट बैंक हमेशा निर्णायक भूमिक अदा करता है. वहीं बरेली, आंवला में ओबीसी मतदाताओं का असर दिखता है.एक अनुमान के अनुसार आगरा और फतेहपुर सीकरी सीट पर दलित मतदाताओं की संख्या ज्यादा है ऐसे में बसपा के लिए यहां चुनावी रास्ता थोड़ा आसान हो सकता है.
संभल में बसपा ने सपा के जियाउर रहमान बर्क के मुकाबले शौकत अली, आंवला में सपा के नीरज मौर्य के खिलाफ आबिद अली , एटा में सपा के देवेश शाक्य के मुकाबले मुहम्मद इरफान और फिरोजाबाद में बसपा ने चौधरी बशीर को प्रत्याशी बनाकर सपा के अक्षय यादव की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. आगरा में बसपा ने पूजा अमरोही को प्रत्याशी बनाया है.सपा ने यहां से सुरेंश चंद्र कर्दम को प्रत्याशी बनाया है.
बरेली सीट की बात करें तो यहां बसपा प्रत्याशी छोटेलाल गंगवार का पर्चा खारिज होने से पार्टी लड़ाई से ही बाहर हो गई है. यहां से सपा ने प्रवीण सिंह ऐरन और बीजेपी ने छत्रपाल गंगवार को मैदान में उतारा है.