Lok Sabha Election 2024 में Samajwadi Party के प्रमुख Akhilesh Yadav ने उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में अपनी पहली चुनावी रैली की. पीलीभीत के पूरनपुर में अखिलेश यादव ने योगी सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा. सपा ने पीलीभीत से भगवत शरण गंगवार को उम्मीदवार बनाया है. पीलीभीत में अखिलेश ने कहा कि यह अच्छा है कि इस लोकसभा सीट पर चुनाव पहले ही चरण में होने जा रहा है. पहले ही चरण में सपा को खुशखबरी मिलने जा रही है. उन्होंने कहा कि जनसभा में आए लोगों का जोश, कुछ और ही संदेश दे रहा है.


अखिलेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना कहा किइस सीट पर दिल्ली से बड़े बड़े नेता आ चुके हैं. लखनऊ वाले और भी घबराए हुए हैं. पीलीभीत का नाम सुनते ही भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का चेहरा पीला हो जा रहा है. इस सीट के जनता ने मन बना लिया है कि सपा को जिताएंगे.


Pilibhit Lok Sabha Seat: Varun Gandhi का नाम लिए बिना BJP पर अखिलेश यादव का बड़ा हमला, ली चुटकी


सपा नेता ने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि पीलीभीत के लोगों ने इस आंदोलन को बढ़ाया. बीजेपी के लोग तीन काले कानून लाए और वो इसलिए वापस हुए क्योंकि वो किसानों की ताकत से घबरा गए थे. जो लोग किसानों की बात कर रहे थे, उन्हें पीछे कर दिया गया. नौजवानों की बात उठाने वालों को पीछे कर दिया. किसानों की आवाज बनने वाले लोगों पीछे कर दिया. और जो किसानों पर थार चला रहे थे, उन्हें सम्मान दिया.


अखिलेश ने कहा कि कोई कल्पना नहीं कर सकता है कि थार से किसान आंदोलन को कुचला जाएगा. कई लोगों की जान चली गई. जो किसान आंदोलन को दबा रहे थे उन्हें सम्मान दिया जा रहा है और जो किसान आंदोलन की बात कर रहे थे उन्हें तो सुनने में आया मंच पर भी जगह नहीं मिली.


इलेक्टोरल बॉन्ड पर उठाए सवाल
सपा प्रमुख ने कहा कि साल 2014 में ये आये थे और 2024 में चले जाएंगे. उत्तर प्रदेश के लोग स्वागत और विदाई बड़े अच्छे से करती है.


अखिलेश यादव ने कहा कि ये बीजेपी वाले वही हो जिसने कहा था कि नोटबंदी के बाद कोई भ्रष्टाचार नहीं होगा. क्या काले को सफेद किया गया यानहीं. नोटबंदी में भी किया और इलेक्ट्रॉल बॉन्ड से भी किया. सरकार ने जो पैसा वसूला यह महंगाई उसी वजह से है. मुनाफा, भ्रष्टाचार की वजह से महंगाई है.इसकी दोषी बीजेपी है. 2014 में ये आये थे और 2024 में चले जाएंगे. उत्तरप्रदेश के लोग स्वागत और विदाई बड़े अच्छे से करती हैं