UP Politics: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बारे में यह बात मशहूर है कि यहां पहले आप..पहले आप... यानी अदब और तहजीब की मिसाल. इसी का इस्तेमाल यूपी की सियासत में भी हो रहा है लेकिन यह अदब और तहजीब की बात नहीं सियासी दांवपेंच की लड़ाई है.


यूपी में 75 सीटों पर चुनाव लड़ रही भारतीय जनता पार्टी ने कैसरगंज, रायबरेली सीट पर अभी तक सस्पेंस बना रखा है. दोनों ही सीटों पर 3 मई को नामांकन का आखिरी दिन है. कैसरगंज में विरोधियों को बीजेपी के ऐलान का इंतजार है. तो वहीं रायबरेली में बीजेपी को कांग्रेस के ऐलान का इंतजार है.दोनों अपना कैंडिडेट तय करने से पहले विरोधी के पत्ते खोलने का इंतज़ार कर रहे हैं.


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बीजेपी से कौन चुनाव लड़ेगा?
यूपी की कैसरगंज सीट पर बीजेपी से कौन चुनाव लड़ेगा? मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को फिर से टिकट मिलेगा या फिर यहां के अखाड़े में बीजेपी आखिरी वक्त में नया दांव चलने की तैयारी में है? ये सवाल अब बहुत बड़ा हो गया है. 


इसकी वजह है कैसरगंज में नामांकन के लिए सिर्फ 2 दिन का वक्त बचना. 3 मई की शाम को यहां नामांकन का समय खत्म हो जाएगा वोटिंग 20 मई को होनी है लेकिन अब तक सस्पेंस का पर्दा उठा नहीं है.


कैसरगंज अयोध्या से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर है और राज्य की सियासत बड़ा सेंटर हैय. बृजभूषण शरण सिंह यहां बीजेपी के सबसे दमदार नेता माने जाते हैं और दावेदार भी लेकिन उन पर महिला पहलवानों के यौन शोषण के गंभीर आरोप हैं. इस मामले में वो फिलहाल बेल पर हैं. इस केस में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 7 मई को आरोप तय होने हैं. ऐसे में बीजेपी सावधान है लेकिन अब वक्त के नाम पर गिनती के घंटे बचे हैं और फैसला लेना वक्त की जरूरत है.


सपा-बसपा ने भी साधी चुप्पी
दिलचस्प तो ये है कि कैसरगंज से अब तक सपा और बीएसपी ने भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. दोनों दलों ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. समाजवादी पार्टी तो साफ कह रही उसे बीजेपी के फैसले का इंतजार है.


गोंडा में सपा के जिलाध्यक्ष अरशद हुसैन ने कहा है कि अगर भाजपा ने ठाकुर को उतारा तो हम ब्राह्मण को उतरेंगे और ब्राह्मण को उतारा तो हम ठाकुर को उठा देंगे अगर उन्होंने बैकवर्ड को उतारा तो हम दलित को उतरेंगे हमारे यहां पांच नाम की चर्चा है.


रायबरेली में क्या करेगी BJP?
बीजेपी ने कैसरगंज के साथ ही रायबरेली सीट पर भी अब तक उम्मीदवार घोषित किया है.वजह है कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी घोषित नहीं किया जाना लेकिन अब 2 मई को हर हाल में उम्मीदवार का ऐलान करना ही होगा इसलिए इस सस्पेंस का आखिरी काउंटडाउन सबका ध्यान खींच रहा है.


इस बीच दिल्ली से सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर आई है. दावा है कि सोनिया गांधी ने राहुल-प्रियंका से बात की है. सूत्रों की मानें तो सोनिया ने दोनों से रायबरेली और अमेठी से चुनाव लड़ने पर फिर से विचार करने को कहा है. सोनिया ने दोनों से कहा कि अगर आप चुनाव नहीं लड़ते तो ये बीजेपी को जानबूझकर जिताने के बराबर होगा. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, सपा और बसपा, रायबरेली और कैसरगंज पर क्या फैसला करते हैं.