Lok Sabha Election 2024: मायावती के एक झटके में बदल दी सपा परिवार की 2 सीटों पर सियासी हवा, अखिलेश यादव की बढ़ी मुश्किल
UP Lok Sabha Chunav 2024: बसपा चीफ मायावती ने सपा प्रमुख के दो करीबियों की सीटों पर ऐसे प्रत्याशी उतारें हैं जिसका असर पड़ सकता है.
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UP Lok Sabha Election 2024: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने अपने एक फैसले से समाजवादी पार्टी में यादव परिवार की दो सीटों पर सियासी हवा बदल दी है. बसपा ने मैनपुरी में जहां उम्मीदवार बदल दिया है वहीं बदायूं में मुस्लिम प्रत्याशी उतार कर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है.
बसपा ने मंगलवार को 11 प्रत्याशियों की नई लिस्ट जारी की. इस लिस्ट में मैनपुरी से उम्मीदवार रहे गुलशन कुमार शाक्य की जगह शिव प्रताप यादव को प्रत्याशी बनाया है. वहीं बदायूं में सपा के प्रत्याशी आदित्य यादव के खिलाफ मुस्लिम खां को उम्मीदवार बनाया है. बसपा प्रमुख के इस फैसले से सपा परिवार की दो सीटें फंस सकती हैं.
मैनपुरी लोकसभा में क्या है हाल?
मैनपुरी के जातीय समीकरण पर नजर डालें तो यहां 4.30 लाख यादव वोट बैंक है. इस सीट पर1 लाख ब्राह्मण, शाक्य वोट 2. 90 लाख 2 लाख ठाकुर, और लगभग 60 हजार मुस्लिम वोट बैंक हैं. साल 2019 तक समाजवादी पार्टी, जनता पार्टी समेत अलग-अलग पार्टी से यहां सांसद चुने गए. लेकिन अभी तक भाजपा का इस सीट से खाता नहीं खुला है. वहीं अब बसपा के नए कदम से डिंपल यादव की राह आसान नहीं रह गई है. डिंपल ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद साल 2022 में मैनपुरी उपचुनाव में जीत हासिल की थी.
क्या है बदायूं का सियासी समीकरण?
बदायूं में सबसे ज्यादा 4 लाख यादव वोटर हैं. मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी 3.5 लाख से ज्यादा है. यहां गैर यादव ओबीसी वोटर करीब 2.5 लाख हैं. वैश्य और ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या भी करीब यहां 2.5 लाख है. इसके अलावा दलित मतदाताओं की संख्या पौने दो लाख के आसपास है. यादव और मुस्लिम समाजवादी पार्टी के पारंपरिक वोटर माने जाते हैं.
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