UP Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा चर्चित लोकसभा सीटों में सुमार एटा, पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय कल्याण सिंह की कर्म भूमि से एक बार फिर भाजपा हाई कमान ने राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया को 2024 के चुनाव का दावेदार बनाया है. पहले भी राजवीर सिंह यहां से सांसद है, चुनावी समीकरण की अगर बात कही जाए तो भाजपा की स्थिति इस लोकसभा पर सबसे ज्यादा मजबूत बताई जाती है.


एटा लोकसभा बीजेपी की उन सीटों में सुमार की जाती है.  जहां सबसे ज्यादा भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत का परचम लहराया है. अब तक के लोकसभा चुनावों की बात करें तो सबसे ज्यादा छह बार यहां से भाजपा प्रत्याशी को जीत मिली है, पिछले लोकसभा चुनाव में भी यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह ने भाजपा के टिकट पर यहां से जीत हासिल की थी. इनसे पहले राजवीर सिंह के पिता खुद कल्याण सिंह एटा से सांसद रह चुके थे. 


वोट प्रतिशत में भी आसमान पर BJP का आंकड़ा
एटा लोकसभा के सियासी समीकरण की शुरुआत में भाजपा ने 1989 से 1998 तक जीत हासिल की. महादीपक सिंह शाक्य लगातार जीतकर संसद पहुंचे. उनके जीत के सफर को 1999 में समाजवादी पार्टी के डा. देवेंद्र सिंह यादव ने थामा. देवेंद्र सिंह ने यहां दो बार लगातार जीत हासिल की. 2009 में जनक्रांति पार्टी से कल्याण सिंह सांसद बने. इसके बाद उनके पुत्र राजवीर सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की टिकट से 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की. उसके बाद से भाजपा का ये अचूक किला आजतक गगनचुम्बी उस इमारत के रूप में खड़ा हुआ है जहां तक कोई भी प्रत्याशी इस किले को भेद नही सका.


पिछले चुनाव कही जाए तो राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया ने एटा लोकसभा सीट से एक लाख 24 हजार वोटों से विजय प्राप्त की थी. भाजपा को 54.94 प्रतिशत वोट मिले, जबकि गठबंधन को 41.9 प्रतिशत मत प्राप्त हुए. इस सीट पर समाजवादी पार्टी से कुंवर देवेंद्र सिंह यादव मैदान में थे लेकिन वो भी गठबंधन का प्रत्याशी होने के बावजूद राजवीर सिंह को नहीं हरा पाए,


लोकसभा सीट में स्थित विधानसभाओं का गणित
एटा लोकसभा सीट में पांच विधानसभाएं आती हैं. भारतीय जनता पार्टी और सपा को इन पांच विधानसभा से कुछ ऐसे वोट मिले जिनके आंकड़े दिलचस्प है, पटियाली विधानसभा से भाजपा को 95,237 मत प्राप्त हुए. अमांपुर विधानसभा सीट पर भाजपा 1,11729, कासगंज विधानसभा सीट से 1,30964, वहीं सपा को पटियाली विधानसभा से 97,767 मत मिले. सपा को अमांपुर विधानसभा सीट से 66,802 और कासगंज विधानसभा सीट से 85,471 मत प्राप्त हुए थे ज्यादातर विधानसभा भाजपा के मत में रही यही कारण है जीत का आंकड़ा बड़ा रहा,


एटा राजनीति की शुरुआत राज पैलेस से शुरू होती है, राज पैलेस अलीगढ़ में कल्याण सिंह का दरबार लगा करता था. कोई भी दिग्गज नेता अगर अलीगढ़ आया है,तो कल्याण सिंह से मिलने राज पैलेस जरूर आता था. मौजूदा समय मे एटा सांसद राजवीर सिंह के पुत्र संदीप सिंह बेशिक शिक्षा मंत्री और अतरौली से विधायक है. सियासी दांव पेंच की बात कही जाए तो राज पैलेस से ही सियासी दांवपेचों की शुरुआत होती है.


स्व.कल्याण सिंह के नाम पर मिल सकते है वोट
जहां एक ओर राम मंदिर का निर्माण हो चुका है तो वहीं राम मंदिर के प्रमुख आंदोलकारी व त्याग पुत्रों में अगर सबसे पहले कोई नाम आता है तो कल्याण सिंह का नाम आता है जिन्होंने राम मंदिर के कार सेवकों के लिए मुख्यमंत्री का सिहांसन त्याग दिया, अब राम मंदिर बनकर तैयार हो चुका है, जिसका 2024 के चुनाव में सीधा लाभ राजवीर सिंह को मिल सकता है.


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