UP Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश के जौनपुर से पूर्व सांसद धनंजय सिंह यूपी की बरेली सेंट्रल जेल से रिहा होते ही अपने घर नहीं, बल्कि उससे पहले उत्तराखंड पहुंचे थे, जहां उन्होंने कैंची धाम में हाजिरी लगाई थी और बाबा नीम करोली के दर्शन किए थे. नीम करोली महाराज के दर्शन करने के बाद वह सीधे उत्तर प्रदेश के लिए प्रस्थान किए. इस दौरान उन्होंने बयान दिया कि बाबा की कृपा से उनको झूठे मुक़दमे में फँसाने की साज़िश नाकाम हुई. बाबा नीम करोली महाराज से धनंजय सिंह ने अपनी पत्नी श्रीकला रेड्डी की विजय के लिए आशीर्वाद मांगा था.
जौनपुर से पूर्व सांसद धनंजय सिंह जेल से रिहा हो चुके हैं. जिसके बाद वह काफी एक्टिव दिखाई दे रहे हैं. वहीं उन्होंने एबीपी न्यूज़ से बातचीत की, इस दौरान उन्होंने सपा विधायक अभय सिंह को लेकर पूछे गए सवालों पर कहा, कुछ लोगों को खाना भी हजम नहीं होता, जब तक मेरा नाम न ले लें. धनंजय सिंह ने अभय सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि अभी वो राजनीति कर रहे हैं, उन्हें राजनीति करने दिया जाए. अभय सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ''अपराधियों के सवालों का जवाब देना मैं उचित नहीं समझता हूं.''
''सभी वर्ग के लोग हमारे साथ''
धनंजय सिंह ने कहा कि हम जौनपुर में चुनाव जीत रहे हैं. ताकि हम धर्म और जाति की राजनीति नहीं करते हैं. हमारे साथ जौनपुर की जनता है. उन्होंने कहा कि हम लोगों के विचार को समझते हैं और हम अपने विचारों से लोगों का दिल जीतते हैं और उनके साथ हमेशा रहते हैं और यही वजह है कि आज जौनपुर की जनता हमलोगों के साथ है. उन्होंने कहा कि हर वर्ग के लोगों का समर्थन हमारे साथ हैं. हम जात, धर्म, मजहब की राजनीती नहीं करते हैं. हर वर्ग के लोग हमारे साथ हैं. चाहे अमीर हो, गरीब हो, हिंदू हो या मुस्लिम.सब लोग हमारे साथ रहते हैं.
धनंजय सिंह ने आगे कहा कि लगभग दो महीने के बाद जेल से छुटा हूं. जिसके बाद सीधे कैंची धाम दर्शन करने के लिए गया. बाबा का आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी श्रीकला सिंह ने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है. यहां बता दें कि उनकी पत्नी को बसपा ने जौनपुर सीट से टिकट दिया है. श्रीकला सिंह 2 मई को नामांकन दाखिल कर चुकी हैं. आगे धनंजय सिंह ने बताया कि मुझे पूरा भरोसा है कि चार जून को परिणाम हमारे पक्ष में आएगा.
धनंजय सिंह ने क्या कहा?
धनंजय सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में सबको लड़ने का अधिकार है. हिंदुस्तान में मल्टी पार्टी सिस्टम है. सभी दलों को अधिकार है चुनाव लड़ने का. लेकिन इधर भी जो प्रक्रियाएं अपनाई जा रही हैं कि पर्चे ख़ारिज करवा दिए जा रहे हैं. नामांकन वापास करवा दिए जा रहे हैं, धन, पैसे और बल के प्रभाव में ये ग़लत है. लोकतंत्र सबको अधिकार है, सबको लड़ना चाहिए. आइए और सही तरीक़े से चुनाव लड़िए. चुनाव में जीतिए या हारिए, लेकिन सही तरीक़े से चुनाव लड़िए. उन्होंने आगे कहा कि आज सत्ता में कोई है कल नहीं रहेगा. परसों दूसरा आएगा, लेकिन लोकतंत्र हमारा जिस तरह से मज़बूत है वो चलते रहना चाहिए, इस पर हम सब राजनीतिक दलों को ध्यान देने की ज़रूरत है.
जौनपुर सीट पर कब है चुनाव?
धनंजय सिंह चुनाव नहीं लड़ पाए,क्या इसमें कोई खेल हुआ है क्या, इस सवाल का जवाब देते हुए पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने कहा कि 2020 में भ्रष्टाचार का मुद्दा मैं उठा रहा हूँ, और उल्टा मेरे ऊपर अपहरण का मुक़दमा क़ायम कर दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ बहुत पहले से साज़िश रची गई. बता दें कि धनंजय सिंह अपहरण और जबरन वसूली में मामले में 6 मार्च से यूपी की जौनपुर जेल में बंद थे, जिसके बाद बीते शनिवार को ही उन्हें बरेली जेल में शिफ़्ट किया गया था, हालांकि उसी दिन उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट से भी जमानत मिल गई, हालांकि कोर्ट ने उनकी सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है जिसकी वजह से वो चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. बसपा ने उनकी पत्नी श्रीकला सिंह को जौनपुर से टिकट दिया है. जौनपुर में छठवें चरण में 25 मई मतदान होगा.
ये भी पढ़ें: Lok Sabha Elections 2024: यूपी में सियासत की विरासत को आगे बढ़ा रहीं बेटियां, अपने कंधों पर उठाई है जिम्मेदारी