UP Lok Sabha Election 2024 Phase 5 Polling: आजादी के 79 साल बाद गांव को शहर से जोड़ने वाली महज 3 किलोमीटर सड़क न बनने से नाराज महोबा जिले के सीगौन गांव के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार कर दिया. ग्रामीणों ने दोपहर ढाई बजे तक मतदान नहीं किया. सूचना पर एडीएम, सीडीओ और एडिशनल एसपी ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों को मतदान के लिए मानने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाते हुए मतदान बहिष्कार पर अड़े रहे.


अधिकारियों ने सरकारी संस्थाओं में संबद्ध 8 मत डलवाने का दावा किया है. वहीं ग्रामीणों ने चौपाल लगाकर मतदान न करने का सामूहिक फैसला किया. ग्रामीणों ने सार्वजनिक रूप से कहा कि जो व्यक्ति मतदान करेगा पूरा गांव उस व्यक्ति का बहिष्कार कर देगा. ग्रामीणों के चुनाव बहिष्कार के बाद अधिकारी बेबस नजर आ रहे है.


रोड की मांग लोकर चुनाव का बहिष्कार 


मामला महोबा जिले के जैतपुर विकासखंड के सीगौन गांव का है. भौगोलिक रूप से यह गांव मध्य प्रदेश की सीमा से जुड़ा हुआ है. जबकि महोबा मुख्यालय 60 किलोमीटर दूर है. ग्रामीणों को अपने गांव से मध्य प्रदेश का नौगांव कस्बा महज तीन किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन रास्ता न होने से ग्रामीणों को नौगांव खरीदारी या अन्य कार्यों के लिए 20 किलोमीटर का लम्बा सफर करना पड़ता है.


ग्रामीणों ने कई बार जिले अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से 3 किलोमीटर के रास्ते को पक्का बनाने की पहल की थी, लेकिन वन क्षेत्र होने के कारण यह मार्ग नहीं बन सका. यही वजह है कि आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव के बाहर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर टांग कर मतदान का विरोध करना शुरू किया.


अधिकारियों ने किया ग्रामीणों को समझाने का प्रयास


कई अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण सिर्फ रोड बनने की शर्त पर ही मानने को तैयार थे. आपको बता दें कि गांव के 1379 मतदाता और ग्रामीणों ने एकजुट दिखाते हुए गांव में मतदान का बहिष्कार कर दिया. जब यह बात जिला निर्वाचन अधिकारी को पता चली तो उन्होंने गांव में तत्काल मतदान शुरू करने के लिए मुख्य विकास अधिकारी चित्रसेन एडीएम रामप्रकाश और अपर पुलिस अधीक्षक सत्यम को गांव भेज कर मतदान शुरू करने के निर्देश दिए.


ग्रामीण जिद पर अड़े रहे 


जिलाधिकारी के निर्देश पर पहुंचे अधिकारियों ने ग्रामीणों को भरसक मानने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण अपनी जिद पर अड़े रहे और उन्होंने 2:30 बजे तक मतदान नहीं किया, जिसके बाद सफाई कर्मी आंगनबाड़ी कार्यकत्री सहित आठ लोगों के मत डलवाए गए. सीगौन गांव में 1379 मतदाता है, जबकि एक मतदान केंद्र बनाया गया है. इस दौरान ग्रामीणों ने गांव में चौपाल लगाकर मतदान न करने का सामूहिक निर्णय ले ग्रामीणों ने सार्वजनिक रूप से कहा कि जो ग्रामीण मतदान करेगा उसे सार्वजनिक रूप से बहिष्कृत कर दिया जाएगा कोई भी व्यक्ति उसके वैवाहिक और अन्य कार्यक्रमों में भाग नहीं लेगा.


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