UP Lok Sabha Election 2024: 4 सांसद बनाने वाले मतदाताओं की नहीं है कोई अपनी लोकसभा, विकास की रफ्तार भी न के बराबर
UP Election News: कानपुर देहात को अभी तक लोकसभा के नाम का दर्जा नहीं मिला है. इस जिले में 4 विधानसभा है. लेकिन कानपुर देहात में अब तक विकास की रफ्तार न के बराबर ही है.
Lok Sabha Election 2024: जिला कानपुर देहात यूपी के 75 जिलों में एक है. लेकिन यह अपने वजूद से जुदा है. बीएसपी के शासनकाल में इस जिले को नया नाम मिला था. जिसे लोग रमाबाई नगर के नाम से भी जानते थे. लेकिन जैसे ही सत्ता का परिवर्तन हुआ और सपा सरकार आई तो इसे कानपुर देहात का नाम दिया गया. फिलहाल ज्यादातर लोग इस जिले को कानपुर से सटे होने के चलते कानपुर का ही एक ग्रामीण क्षेत्र मानते है. लेकिन ऐसा नहीं है यूपी का एक मात्र ऐसा जिला आहे जो यूपी की 80 सीटों में 4 सांसदों को यहां की जनता वोट देकर संसद तक पहुंचती है.
सत्ता के परिवर्तन और बार बार बदलते नाम ने इस जिले का अपना बाजूद ही खत्म कर दिया और फिर सत्ता में आई बीजेपी ने भी इस जिले को नए नाम देने कि कवायत की ओर ग्रेटर कानपुर का नाम शासन को भेजा आगया लेकिन अभी मामला अटका हुआ है, आप शायद नहीं जानते होंगे की इस जिले की अपनी कोई भी लोकसभा नही है लेकिन यहां की जनता 4 सांसदों के भाग्य का फैसला करती है और अपनी निर्णायक भूमिका निभाती है.यूपी की 13 सीटों पर चौथे चरण में चुनाव होने है. लेकिन हर बार की तरह इस जिले की जनता सोना वोट देकर 4 सांसद तो चुनेगी. लेकिन विकास और खुद के सांसद से महरूम रहेगी.
कानपुर देहात लोकसभा का नाम दर्ज नहीं
दरअसल कानपुर देहात जिला 4 विधान सभाओं का जिला है. लेकिन एक भी लोकसभा इस की खुद की नही है. क्योंकि यहां की चारों विधान सभाएं अलग-अलग लोकसभा को जोड़ती है और यहां इस जिले की प्रोपर कोई भी लोकसभा का गठन हो नही हुआ. कानपुर देहात में भोगनीपुर, सिकंदरा, अकबरपुर रनिया और रसूलाबाद विधान सभा हैं जो कानपुर लोकसभा, कन्नौज, इटावा और जालौन लोकसभा के क्षेत्र का हिस्सा है. लोकसभा में आने वाली विधान सभाएं कानपुर देहात की 4 अलग-अलग विधान सभा हैं. कहने को ये जिला 4 सांसद वाला है. लेकिन कानपुर देहात लोकसभा का नाम कहीं भी दर्ज नहीं है.
विकास की रफ्तार न के बराबर
चार विधान सभा क्षेत्र से चुने हुए विधान सभा सदस्य ही यहां के विकास के सूत्रधार है. यहां प्रधान से लेकर विधायक तक इस जिले के हैं तो इस कानपुर देहात जिले का अपना खुद का सांसद और अपनी लोकसभा, विकास की जरूरत इस जिले को बहुत है. लेकिन सीमा क्षेत्र और मुकम्मल लोकसभा न होने से यहां विकास की रफ्तार न के बराबर है और चुनाव में यहां की जनता को सिर्फ आश्वासन ,उम्मीद और विकास के वादे ही मिलते है. नही मिलता है अपना खुद का सांसद नहीं मिलता.
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