Lok Sabha Election 2024:  लोकसभा चुनाव के पहले बसपा के ऊपर कई दल भाजपा के बी टीम होने का आरोप लगा रहे थे. 2024 के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती जिस तरीके से अपने प्रत्याशियों का चयन कर रही है. उसमें कई सीटों पर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं .भारतीय जनता पार्टी के लिए खड़ी होती ये मुश्किलें बसपा के ऊपर से उसके भाजपा के भी टीम होने के टैग को हटा रही हैं. अभी तक जारी टिकटों में बसपा ने तकरीबन 10 सीटों पर भाजपा की टेंशन बढ़ाई है 


बहुजन समाज पार्टी ने अब तक 55 टिकट बांटे हैं जिसमें से 14 मुस्लिम है तो वही 11 टिकट ब्राह्मणों को दिया है.बहुजन समाज पार्टी रणनीतिक तौर पर जिसकी जितनी भागीदारी है उसकी इतनी हिस्सेदारी के नारे पर काम करते हुए प्रत्याशियों को टिकट दे रही है.अगर जातिगत समीकरणों पर वोटिंग होती है तो बसपा कई सीटों पर भारतीय जनता पार्टी तो कई सीटों पर इंडिया एलायंस के प्रत्याशियों का खेल खराब कर सकती है. 


जौनपुर सीट में हुआ बड़ा खेला
राजनीति पंडित जौनपुर सीट पर बसपा द्वारा धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को टिकट देने से भाजपा के लिए बड़ा खतरा बता रहे हैं.जौनपुर लोकसभा का सीट पिछला चुनाव भारतीय जनता पार्टी हार चुकी थी और वहां से बसपा के श्याम सिंह यादव यह चुनाव जीते थे. इस बार भारतीय जनता पार्टी ने जौनपुर की सीट जीतने के लिए महाराष्ट्र में कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे और मूल रूप से जौनपुर के रहने वाले कृपा शंकर सिंह को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने वरिष्ठ नेता रहे बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है.


इन दोनों टिकटों के बाद बसपा ने ठाकुर समाज से ही आने वाले बाहुबली नेता धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को टिकट दे दिया है.धनंजय सिंह पूर्व में सांसद भी रहे हैं और वह इस चुनाव में राजद से टिकट चाह रहे थे. लेकिन आखिरी मौके तक नहीं आरजेडी से उन्हें को टिकट मिला .सूत्रों की माने तो उसके बाद उन्होंने सपा से भी टिकट लेने का प्रयास किया.


लेकिन वहां भी दाल नहीं गली पर जब उन्होंने अकेले लड़ने का फैसला लिया. तभी पुराने एक मामले में उनको सजा हो गई और वह जेल चले गए .लेकिन अब बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी को टिकट देकर भाजपा के लिए यहां मुश्किल खड़ी कर दी हैं.


मेरठ सीट भी भाजपा की बढ़ी टेंशन
बहुजन समाज पार्टी ने मेरठ लोकसभा सीट पर भी भारतीय जनता पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है.भारतीय जनता पार्टी ने यहां से अरुण गोविल को टिकट दिया है तो ही बहुजन समाज पार्टी ने देवव्रत  त्यागी को प्रत्याशी बनाया है.मूल रूप से भारतीय जनता पार्टी त्यागी समाज को अपना वोटर मानती है पर ऐसे में त्यागी समाज को प्रतिनिधित्व देकर बसपा ने भाजपा के कोर वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश की है.


आजमगढ़ में भी बीजेपी की बढ़ सकती है मुश्किलें
बहुजन समाज पार्टी के टिकट बंटवारे ने आजमगढ़ की सीट पर भी भाजपा की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं.जिस बसपा के कारण भारतीय जनता पार्टी ने 2022 में हुआ लोकसभा का उपचुनाव आजमगढ़ में जीत पाई थी. उसी बसपा के कारण 2024 का लोकसभा चुनाव आजमगढ़ में भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है. भारतीय जनता पार्टी ने यहां से दिनेश लाल यादव निरहुआ को टिकट दिया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया है.आजमगढ़ में राजभर समाज की बड़ी तादाद हैं और ऐसे में बहुजन समाज पार्टी ने अपने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को आजमगढ़ से प्रत्याशी बनाया है.


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