लोकसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद बाद निर्वाचन आयोग ने सोमवार को प्रेस वार्ता की. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बड़ी जानकारी दी है. चुनाव के बाद हिंसा से जुड़े मामले पर चुनाव आयुक्त ने कहा कि अगर हिंसा होती है तो हमने कुछ स्टेट्स में पहली बार आदर्श आचार संहिता के बाद भी केंद्रीय बल रहेंगी यह निर्णय लिया है. इसमें आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, यूपी शामिल है. जहां जहां भी ऐसी आशंका है कि वहां केंद्रीय बल तैनात रहेंगे. हालांकि ये बल राज्य सरकार के अधीन रहेंगे. कानून और व्यवस्था राज्य सरकार का विषय है और मुझे भरोसा है कि वह व्यवस्था बनाए रखने में सफल होंगे.


मतदान के दौरान दिए जाने वाले फार्म 17 सी को देने में न कोई देरी हुई है न कोई गड़बड़ी. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को यह जानकारी दी.


मतगणना की पूरी वीडियोग्राफी करवाई जाएगी
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मतगणना की पूरी वीडियोग्राफी करवाई जाएगी. मतगणना केंद्र पर राजनीतिक पार्टियों के एजेंट को बैठने और तथ्य नोट करने की पूरी स्वतंत्रता है. पोस्टल बैलेट की गिनती उसी प्रकार की जाएगी जैसे 2019 से लेकर अब तक विभिन्न चुनाव में की जा रही है. अमूमन पोस्टल बैलेट की संख्या कम होती है और उनकी गिनती पहले समाप्त हो जाती है.


गौरतलब है कि विपक्ष ने वीडियोग्राफी, उम्मीदवारों के एजेंटों की मौजूदगी, पोस्टल बैलेट आदि के विषय रविवार को चुनाव आयोग के समक्ष रखे थे.


मुख्य चुनाव आयुक्त ने मतगणना से ठीक 1 दिन पहले की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि लोकसभा चुनाव में इस बार 64 करोड़ 20 लाख से ज्यादा मतदाताओं ने वोट डाले. चुनाव आयोग ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा, हमने एक विश्व रिकॉर्ड बनाया है. इन 64 करोड़ मतदाताओं में से 31 करोड़ महिला मतदाता हैं. इसके साथ ही 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं ने भी बड़ी संख्या में वोट दिया.


यूपी की इस लोकसभा सीट पर सबसे पहले आ सकते हैं रिजल्ट, यहां होगी देर! जानें- क्यों?