UP Lok Sabha Election Result 2024: लोकसभा चुनाव के लिए परिणामों की घोषणा जारी है. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर मतगणना जारी है. इस चुनाव में सपा और कांग्रेस के इंडिया अलायंस ने कमाल कर दिया है. वहीं बीजेपी की हालत बहुत बुरी हो गई है. दूसरी ओर बहुजन समाज पार्टी के लिए तो स्थिति फिर दस साल पुरानी वाली हो गई है. यहां पार्टी एक बार फिर संसद में 0 होने की ओर है. अब सवाल यह उठता है कि जिस बसपा के बारे में यह दावा किया जाता रहा है कि उसकी गिनती ही दहाई से शुरू होती है वह कैसे वोट प्रतिशत के मामले में इकाई और सीट में 0 हो गई?
सबसे पहले बात करते हैं वोट प्रतिशत की. यूपी में बसपा को रुझानों में 9.36 फीसदी वोट मिला है. साल 2014 के वोट शेयर से तुलना करें तो उस चुनाव में बसपा को 19.77 फीसदी वोट मिले लेकिन सीट 0 थी. वहीं साल 2019 में बसपा ने सपा के साथ अलायंस किया और उसका वोट शेयर घटकर 19.43 फीसदी हुआ लेकिन सीटें बढ़कर 10 हो गईं.
यूपी में खत्म हो गया बीजेपी का जादू या कोई और है इस हार की वजह! 10 साल में घटती गईं सीटें
मौजूदा चुनावी रुझानों के बाद दावा किया जा रहा है कि बसपा का वोट शेयर INDIA अलायंस की ओर गया. बसपा के वोट बैंक ने संविधान और आरक्षण के मुद्दे पर मुखर इंडिया अलायंस का साथ दिया. रुझानों में ही अन्य दलों के वोट प्रतिशत की बात करें तो समाचार लिखे जाने तक बीजेपी को 41.40 फीसदी, सपा को 33.35 फीसदी और कांग्रेस को 9.37 फीसदी वोट मिले थे.
मायावती ने क्या की गलती?
2019 के चुनावों में बीजेपी को यूपी में 49.98% वोट मिले थे. वहीं सपा को 18.11% वोट मिले थे. इसके अलावा कांग्रेस को 6.36% मत मिले थे.
मौजूदा रुझानों के बाद मायावती की कुछ गलतियों की भी जमकर चर्चा हो रही है. राजनीतिक जानकार दावा कर रहे हैं कि बसपा ने संविधान और आरक्षण के मुद्दे पर उस मुखरता से अपना पक्ष नहीं रखा जिस तरह से इंडिया अलायंस बीजेपी पर हावी था. वहीं प्रत्याशियों के चयन को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. जिस तरह से बसपा ने नामांकन वाले दिन प्रत्याशी बदला उससे गलत मैसेज गया. इसके अलावा जिस तरह बीच चुनाव में आकाश आनंद को जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया, उससे युवाओं में भी बसपा को लेकर स्थिति स्पष्ट हीं हो पाई.