Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी से सियासी दांव पेच सीखने के बाद अब, समाजवादी पार्टी के लिए मील का पत्थर साबित होने वाले योगेंद्र सिंह तोमर के द्वारा भारतीय जनता पार्टी के खेमे में पहुंचकर समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ाना शुरू कर दिया है. लंबे समय से समाजवादी पार्टी से दूरी बनाए रखने वाले रियल स्टेट के कारोबारी व सपा नेता को भारतीय जनता पार्टी अपने खेमे में लाने के लिए बेचैन नजर आ रही थी. अचानक पार्टी के नेताओं के द्वारा दिल्ली में सपा की इस दिग्गज नेता को भाजपा का पटका पहनाकर भाजपाई बना दिया है. 


अलीगढ़ से ताल्लुक रखने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव योगेंद्र सिंह तोमर ने आखिरकार भाजपा का दामन थाम लिया है. दिल्ली से स्थित कार्यालय पर केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई. जिसके बाद शहर अलीगढ़ में दिल्ली से वापस लौटने पर कार्यकर्ताओं ने लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित अलीगढ़ आवास पर इनका जोरदार स्वागत किया है. पश्चिमी यूपी के प्रमुख रियल एस्टेट कारोबारी योगेंद्र सिंह संभल की गुन्नौर तहसील के मिठनपुर गांव के मूल निवासी हैं. 


'PDA के नाम पर सपा की राजनीति दिखावा'
योगेंद्र सिंह तोमर ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम शेरवानी के साथ सपा में राजनीति की शुरुआत की थी. 2014 में बदायूं लोकसभा क्षेत्र से धर्मेंद्र यादव को सांसद बनाने में अहम योगदान रहा. पार्टी ने पिछले ही दिनों उन्हें राष्ट्रीय सचिव के पद पर नामित किया था, मगर बीते दिनों इन्होंने सपा के इस पद से त्यागपत्र दे दिया था. इनका तर्क था कि कई साल पूरी मेहनत से पार्टी की सेवा की, मगर अब पार्टी में मेहनती कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं मिल रही. पीडीए के नाम पर सपा की राजनीति दिखावा लगती है.


योगेंद्र सिंह तोमर के भारतीय जनता पार्टी में जाने के बाद अलीगढ़ लोकसभा सहित आसपास के जिलों में समीकरण बदलने की कयास लगाए जा रहे हैं वजह यह है कि योगेंद्र सिंह तोमर रियल स्टेट के बड़े कारोबारी है. जिसके चलते उनके नेटवर्क अन्य जिलों में भी मौजूद है. यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी के द्वारा ऐसे कारोबारी व नेता को अपने खेमे में लेने के बाद समाजवादी पार्टी को बैक फुट पर लाकर खड़ा कर दिया है. 2024 के लोकसभा चुनाव को जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी तिनके का भी सहारा लेकर चल रही है जिससे 2024 के लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत अपने नाम पर दर्ज कराई जा सके.


ये भी पढ़ें: इलाहाबाद HC बार एसोसिएशन चुनाव के नतीजे घोषित, अनिल तिवारी ने अध्यक्ष पद पर दर्ज की जीत