UP Lok Sabha Elections 2024: गाजीपुर लोकसभा सीट पर नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 14 मई को खत्म हो चुकी है और अब तक कुल 25 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया है. आज से नामांकन पत्रों की जांच शुरू की जाएगी और 17 मई तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. बीजेपी प्रत्याशी पारसनाथ राय ने तीन सेट में अपना नामांकन किया है, जबकि बसपा प्रत्याशी उमेश सिंह ने दो सेट में अपना नामांकन दाखिल किया है.
गाजीपुर में सबसे ज्यादा चर्चा इंडिया गठबंधन से सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी और उनकी बेटी नुसरत अंसारी के नामांकन को लेकर है. यहां इंडिया गठबंधन से समाजवादी पार्टी के दो उम्मीदवारों ने अपना नामांकन किया है. अफजाल अंसारी ने जहां सपा के आधिकारिक प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया है वहीं उनकी बेटी नुसरत अंसारी ने भी समाजवादी पार्टी से ही नामांकन किया है. हालांकि वो समाजवादी पार्टी की सब्स्टीट्यूट प्रत्याशी हैं.
अफजाल अंसारी और उनकी बेटी को एबी फॉर्म इश्यू किया गया
अफजाल अंसारी ने चार सेट में नामांकन किया है, जबकि नुसरत अंसारी ने सपा प्रत्याशी के तौर पर दो सेट में नामांकन किया है. नुसरत अंसारी ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी दो सेट में नामांकन किया है. दरअसल समाजवादी पार्टी की तरफ से अफजाल अंसारी और उनकी बेटी नुसरत अंसारी दोनों को AB फार्म इश्यू किया गया है. इनमें से किसी भी एक प्रत्याशी के नाम वापस लेने की दशा में समाजवादी पार्टी का सिंबल दूसरे को ट्रांसफर हो जाएगा.
17 मई तक लिया जा सकता है नामांकन
गाजीपुर में 1 जून को मतदान होना है और 17 मई तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं और यहां से सपा के अधिकृत प्रत्याशी अफजाल अंसारी होंगे या उनकी बेटी नुसरत अंसारी होंगी ये सस्पेंस 17 मई को ही खत्म होगा. इलाहाबाद हाइकोर्ट में अफजाल अंसारी के गैंगेस्टर मामले में 20 मई को अगली सुनवाई होनी है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार 30 जून तक मामले का निस्तारण हाइकोर्ट को करना है. अफजाल अंसारी के चुनाव लड़ने में फिलहाल कोई तकनीकी समस्या नहीं है, लेकिन बाद में कानूनी अड़चन जरूर खड़ी हो सकती है.
सपा की ओर से गाजीपुर सीट से कौन लड़ेगा चुनाव?
चुनाव में जीत किसकी होती है ये तो 4 जून को ही तय होगा, लेकिन अफजाल अंसारी चुनाव जीत जाते हैं और हाइकोर्ट से उनको 4 साल की सजा में राहत नहीं मिलती है तो एक बार फिर उनकी संसद सदस्यता रद्द हो जाएगी और 2019 जैसे हालात हो जाऐंगे. जब गाजीपुर सांसद विहीन जनपद हो गया था. यही वजह है कि उनके चुनाव लड़ने में सस्पेंस बना हुआ है जो कि 17 मई तक बना रहेगा.
अंसारी परिवार को है 17 मई का इंतजार
2024 के लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी पूरी सावधानी बरत रहे हैं, जिससे कि उनके या उनकी बेटी के चुनाव लड़ने में कोई कागजी समस्या न खड़ी हो. यही वजह है कि जहां उन्होंने अपने चारों सेट के नामांकन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर दाखिल किए हैं वहीं उनकी बेटी नुसरत ने दो सेट में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी के तौर पर और दो सेट में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. सूत्रों की मानें तो अफजाल अंसारी ही अंतिम रूप से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी की हैसियत से चुनाव लड़ेंगे और उनकी बेटी नामांकन वापस लेंगी लेकिन इसपर अंतिम मुहर 17 मई को ही लगेगी.
(आशुतोष त्रिपाठी की रिपोर्ट)
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