UP Lok Sabha Elections 2024: यूपी की कौशांबी सीट से बीजेपी के सांसद विनोद सोनकर का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में बीजेपी सांसद एक समुदाय विशेष को गालियां दे रहे हैं और इसके साथ ही जमीन के धंधे में फिर से उतरने की बात कर रहे हैं. संसद की एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर इस वीडियो में महिलाओं को गालियां देते हुए अपमानजनक शब्दों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.
बीजेपी ने विनोद सोनकर को कौशांबी सीट से तीसरी बार उम्मीदवार बनाया है. चुनावी मौसम में विनोद सोनकर का यह वायरल वीडियो खूब सुर्खियों में है, हालांकि सांसद ने इसे डीप फेक वीडियो बताया है और दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही है.
जमीन के धंधे में उतरेंगे बीजेपी सांसद विनोद सोनकर?
यह वायरल वीडियो पिछले साल सर्दियों के सीजन का बताया जा रहा है. इस वीडियो में यह नजर आ रहा है कि सांसद विनोद सोनकर किसी कमरे में कुछ लोगों से बातचीत कर रहे हैं. चोरी से बनाए गए इस वायरल वीडियो में विनोद सोनकर कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि जमीन के धंधे में एक बार फिर से करंट आ गया है. हम लोगों को टीम बनाकर काम करना चाहिए. बीच में जमीन का काम खराब हो गया था, लेकिन अब इस धंधे में फिर से करंट आ गया है. आप लोग हमारे साथ मिलकर काम करो. इस बातचीत में सामने बैठा व्यक्ति एक समुदाय विशेष के लोगों की तरफ से बड़े पैमाने पर प्लाटिंग किए जाने की बात कहता है तो सांसद विनोद सोनकर उस समुदाय के लोगों को गाली देते नजर आ रहे हैं.
गाली देते दिखे बीजेपी प्रत्याशी विनोद सोनकर!
विपक्षी उम्मीदवार सांसद विनोद सोनकर के इस वीडियो को यह बताकर प्रचारित कर रहे हैं कि वह संसद की एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष बनाकर महुआ मोइत्रा समेत तमाम दूसरे सांसदों के आचरण की जांच कर रहे थे. वहीं दूसरी ओर महिलाओं को गालियां दे रहे हैं और एक समुदाय विशेष को अपशब्दों के जरिए अपमानित करने का काम कर रहे हैं. इसके अलावा वह जमीनों की खरीद फरोक में अपने रसूख का इस्तेमाल कर पैसा कमाने में लगे हुए हैं, हालांकि इस बारे में सांसद विनोद सोनकर ने सफाई पेश की है.
बीजेपी सांसद का कहना है कि वीडियो डीप फेक है. उनके विरोधियों ने साजिश रच कर इसे गलत तरीके से तैयार कराया है और उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने इस मामले में कानूनी कार्रवाई किए जाने की भी बात कही है. चुनावी सीजन में विनोद सोनकर के कई दूसरे वीडियो भी वायरल हो रहे हैं. एक अन्य वीडियो में जब वह मंच पर माइक थामते हैं, तभी पीछे से पब्लिक हूटिंग करती है और आवाज आती है कि वह पांच साल कभी नजर नहीं आए. सांसद ने इस वीडियो को भी समाजवादी पार्टी का प्रायोजित कार्यक्रम करार दिया है और कहा है कि टिप्पणी करने वाले लोग आम जनता नहीं, बल्कि समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं.
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