UP Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने एक फिर से डिंपल यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं सपा प्रत्याशी के सामने बीजेपी ने पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को प्रत्याशी बनाया है. जयवीर सिंह मैनपुरी विधानसभा सीट से विधायक हैं. मैनपुरी लोकसभा सीट को सपा का गढ़ कहा जाता है. 1996 के बाद से इस सीट पर सपा के प्रत्याशी जीत दर्ज करते आ रहे हैं. इस सीट पर 2019 के लोक सभा चुनाव में मुलायम यादव को जीत मिली थी, लेकिन उनके निधन के बाद 2022 में हुए उपचुनाव में सपा मुखिया की पत्नी डिंपल यादव सांसद बनीं थीं.
उत्तर प्रदेश सहित पूरे भारत में 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है. पहले चरण के चुनाव के बाद डिंपल यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ‘’पहले चरण के चुनाव के बाद बहुत ही अच्छे नतीजों की तरफ संकेत मिल रहे हैं. बीजेपी में कहीं न कहीं घबराहट है और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के कन्नौज से चुनाव लड़ने पर ये घबराहट और बढ़ रही है.”
अखिलेश यादव ने दाखिल किया नामांकन पत्र
बता दें कि हाल ही में सपा ने कन्नौज सीट से अखिलेश यादव के भतीजे और आरजेडी प्रमुख लालू यादव के दमाद तेज़ प्रताप यादव को टिकट दिया था. जिसके बाद बीजेपी नेता मोहसिन रज़ा ने अखिलेश यादव पर तंज कसा था. इससे पहले ये क़यास लगाया जा रहा था कि सपा प्रमुख ख़ुद इस सीट से चुनाव लड़ेंगे. तो वहीं एक बार फिर सपा ने उलेटफेर किया है और तेज प्रताप का कन्नौज सीट से टिकट काट दिया है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आज यानी गुरुवार (25 अप्रैल) को कन्नौज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से पर्चा भर दिया है. उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के सुब्रत पाठक से होगा. अखिलेश यादव के इस सीट पर उतरने से मुकाबला कड़ा हो गया है.
सपा अध्यक्ष ने जब कन्नौज से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया तो उनके साथ चाचा रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे. अखिलेश यादव के आने से अब ये सीट हाई प्रोफाइल बन गई हैं. जिसके बाद यहां से बीजेपी की जीत उतनी आसान नहीं रही है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने भी अपना नामांकन दाखिल कर दिया है.
सपा को इस सीट पर 2019 में मिली थी हार
कन्नौज लोकसभा सीट सपा का गढ़ रही है. लेकिन 2019 में सुब्रत पाठक ने इस सीट से डिपंल यादव को चुनाव हरा दिया था. जिसके बाद बीजेपी ने इस बार भी उन्हें ही मैदान में उतारा है. इस सीट पर एमवाई समीकरण अहम भूमिका निभाता है.
ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: 'अब अखिलेश यादव को हराने में आनंद आएगा', डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का सपा मुखिया पर तंज