UP Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया था और जगह-जगह एफएसटी (FST) टीम गाड़ियों की चेकिंग कर रही है. वहीं चुनाव के बीच गाड़ी चेक करके ही पुलिस गाड़ी में रखे बैनर पोस्टर या वोटरों को लुभाने के लिए शराब, पैसे आदि चीजों की जांच कर कर रही है. इसी क्रम में बस्ती जिले में प्रभारी निरीक्षक सोनहा की तरफ से चेकिंग की जा रही थी. इस दौरान समाजवादी पार्टी का झंडा लगा स्कॉर्पियो गाड़ी को प्रभारी निरीक्षक की तरफ से रोका गया. सपा का झंडा लगे गाड़ी में 67500 रुपये मौजूद थे.
प्रशासन की तरफ से सपा की गाड़ी को रोककर तालाशी ली गई. तो गाड़ी से 67500 रुपये मिले. जब पुलिस ने चालक से इसके बारे में पूछताछ की तो चालक मौजूद रकम का पेपर न दे सका. ऐसे में पुलिस ने पैसे को जब्त कर लिया. वहीं पूछताछ में स्कॉर्पियो गाड़ी चला रहे अविनेश कुमार चौधरी ने बताया कि वह ठेकेदारी का काम करते हैं और यह रुपए ठेकेदारी के पैसे से कमाए हुए हैं. नकदी पैसों का कागजात न दिखा पाने के कारण FST मजिस्ट्रेट रूधौली ने बरामद रुपए 67500 को कब्जे में लेकर सीज कर दिया है.प्रभारी निरीक्षक उपेंद्र कुमार ने बताया की चेकिंग दौरान गाड़ी से मौजूद रुपए का कागजात न दिखाने पर कार्यवाही की गई है.
नोटों को जखीरा बरादम
लोकसाभा चुनाव के बीच एफएसटी टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने आज यानी गुरुवार (16 मई) को वाहन चेकिंग के दौरान लाखों रुपये का कैश बरामद किया है. चुनाव में धनबल के इस्तेमाल पर रोक लगाना प्रशासन की प्राथमिकता है. ऐसे में प्रदेश में पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है और लगातार चेकिंग जारी है. ऐसे में सपा गाड़ी से करोड़ों रुपये बरामद किए गए हैं.
मार्च महीने में हुई इतने की जब्ती
हाल ही में मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया था कि आबकारी, आयकर, पुलिस और नारकोटिक्स विभाग और अन्य प्रवर्तन एजेंसियों की तरफ से केवल मार्च के महीने में कुल 9741.95 लाख रुपये कीमत की मदिरा, ड्रग, बहुमूल्य धातुएं, मुफ्त उपहार और नगदी आदि जब्त किया गया है. इसमें 1701.13 लाख रुपये नकद धनराशि, 2308.97 लाख रुपये कीमत की 656716.50 लीटर शराब, 3839.74 लाख रुपये कीमत की 5398469.93 ग्राम ड्रग, 1778.18 लाख रुपये कीमत की 39163.86 ग्राम बहुमूल्य धातुएं, 1.43 लाख रुपये के 298 मुफ्त उपहार और 112.51 लाख रुपये कीमत की 899.21 अन्य सामग्री जब्त की गई थी.
(मोहम्मद शादाब की रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें: 'अब ये बंगाल से बुआ लाए हैं...' अखिलेश यादव पर पीएम मोदी का जुबानी हमला