Lok Sabha Election Result 2024: यूपी में 15 साल से जारी है ये सिलसिला, इस बार फिर बना रिकॉर्ड
UP News: यूपी के मतदाताओं ने एक बार निर्दलीय प्रत्याशियों को नकार दिया है. यूपी में कुल 277 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे थें जिनमें एक ने भी जीत का स्वाद नहीं चखा है.
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UP Lok Sabha Election 2024: देश लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा की जा चुकी है. यूपी 80 लोकसभा सीटों में समाजवादी पार्टी को 37, बीजेपी को 33, कांग्रेस को 6, आरएलडी को 2, आसपा को 1, अपना दल (सोनेलाल) को 1 सीट मिली है. इस चुनाव में 80 सीटों के लिए कुल 851 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थें जिनमें से 277 निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहें थे. खास बात ये है कि यूपी जनता ने तीसरी बार निर्दलीय प्रत्याशियों को नकार दिया है. किसी भी निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत का स्वाद नहीं चखा है.
उत्तर प्रदेश में ये तीसरा मौका है जब प्रदेश के मतदाताओं ने निर्दलीय प्रत्याशियों को नकार दिया है. साल 2009 के बाद कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत सका है. साल 2019 लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो कुल 979 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे जिनमें से 264 प्रत्याशियों ने निर्दलीय प्रत्याशियों के तौर पर पर्चा भरा था. उनमें एक भी प्रत्याशी ने जीत नहीं दर्ज कर पाई थी.
मतदाताओं ने निर्दलियों को नकारा
यही हाल साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था. उस समय कुल 1288 प्रत्याशियों में से 373 निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे थे और सभी चारों खाने चित हो गए थे. बात की साल 2009 लोकसभा चुनाव की तो कुल 1,368 प्रत्याशियों में से 563 प्रत्याशी निर्दलीय चुनाव लड़े थे और इसमें से एक को जीत मिली थी. उस समय एटा से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह निर्दलीय चुनाव लड़े और सपा के समर्थन से उन्होंने जीत का परचम लहराया था. यहां उस समय सपा ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था.
भाजपा से अनबन के बाद निर्दलीय चुनाव लड़े कल्याण सिंह की यह लोकप्रियता ही थी कि वह चुनावी संग्राम जीतने में सफल रहे.वहीं वर्ष 2004 में कुल 113 प्रत्याशियों में से 481 निर्दलीय प्रत्याशी थे और अमरोहा लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी हरीश नागपाल चुनाव जीते थे. वहीं, वर्ष 1999, वर्ष 1998 और वर्ष 1996 के लोकसभा चुनावों में भी एक-एक निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल हुआ था. वर्ष 1991 में भी कोई निर्दलीय चुनाव नहीं जीत पाया. सिर्फ वर्ष 1989 में दो निर्दलीय प्रत्याशी बलरामपुर से फसीउरहमान उर्फ मुन्नन खां और गाजीपुर लोकसभा सीट से जगदीश निर्दलीय चुनाव जीते थे.
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