Lucknow Kidnapping Case: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 8 दिसबंर को हुए डाक्टर के अपहरण की घटना को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड सहित 4 आरोपियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है. उत्तर प्रदेश एसटीएफ की माने तो गिरफ्तार आरोपियों में रामबाबू वर्मा पुत्र शिवपूजन वर्मा निवासी नेवादा सुकुवारपुर, थाना छपिया गोण्डा. (सरगना), दूसरा आरोपी राजन कुमार पुत्र राजेन्द्र कुमार निवासी मुकुन्दपुर मन्दुला, थाना परशुरामपुर, बस्ती. 3 आरोपी अमित कुमार पुत्र अनिल वर्मा निवासी मझउवा केशवनगर, थाना खोड़ारे, गोण्डा. 4 आरोपी राज कुमार यादव पुत्र रामउजागर यादव निवासी लोहरौली, जीतीपुर, थाना पैकोलिया, बस्ती है. जिनके पास से 1 लाख 13 हजार रुपए नगद, इर्टिगा कार यूपी 32EB9163, मोबाइल और आधार कार्ड बरामद हुआ है.
लखनऊ के बीबीडी थाना क्षेत्र के किसान पथ के पास से डॉ. सुरेंद्र कुमार सिंह (होमियोपैथिक फिजिशियन) के अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया था. जिसमे उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए अपहरण के मास्टर माइंड राम बाबू वर्मा समेत 4 आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है.
यूपी एसटीएफ ने सभी आरोपी को गिरफ्तार किया
यूपी एसटीएफ की माने तो लखनऊ से डा. सुरेंद्र कुमार सिंह का अपहरण करने वाले गिरोह के सदस्य गोयल हाईट, किसान पथ, थाना क्षेत्र, बीबीडी, लखनऊ के पास आने वाले थे. मुखबिर द्वारा प्राप्त सूचना पर निरीक्षक शिवनेत्र सिंह के नेतृत्व में निरीक्षक विनय सिंह, उप निरीक्षक मनोज सिंह, उप निरीक्षक रामनरेश, सिपाही सुधीर सिंह, अमित कुमार द्वारा तुरंत कार्यवाही करते हुए उक्त स्थान पर पहुँचकर 04 अभियुक्तों को आवश्यक बल प्रयोग करके गिरफ्तार कर लिया गया. जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई.
एसटीएफ के अनुसार गिरफ्तार आरोपी और घटना का मास्टरमाइण्ड राम बाबू वर्मा ने पूछताछ में बताया कि उसने इण्टरमीडिएट के बाद वर्ष-2021 में साकेत कालेज अयोध्या से डी-फार्मा कोर्स किया है. उसी समय डी-फार्मा करने वाले राजन कुमार से आफी अच्छी दोस्ती हो गयी थी. मटियारी में अपने दोस्त अमित कुमार व राज कुमार यादव के साथ गुरुकुल हॉस्टल में किराये का कमरा लेकर रह रहा था.
आर्थिक स्थित कमजोर होने के कारण किया अपहरण
राम बाबू वर्मा की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी इस वजह से उसने अपने दोस्त राजन कुमार से कहा कि, काफी कर्ज हो गया हैं. कोई काम बताओ जिससे पैसा कमा लें. जिस पर राजन ने कहा कि शिवपुरी कालोनी कमता निवासी डा. सुरेंद्र कुमार सिंह की विश्वास होमियो क्लीनिक एवं डायबटिक सेन्टर के नाम से क्लीनिक है और उनके पास डिस्टेन्स से होमियोपैथी फार्मेसी का डिप्लोमा कराने की चेन्नई की फ्रेन्चाइजी बी०एस०एस० (भारत सेवक समाज) है.
डॉ. सुरेंद्र सिंह से आरोपी ने 40 लाख रुपये की मांग की
वह बच्चों का एडमिशन कराते रहते है. एडमिशन के नाम पर बुलाने पर वह कही पर भी आ जाते है. उनके मकान में काफी लड़के-लड़कियां किराये पर रहते है. एसटीएफ के अनुसार पूछताछ में राम बाबू ने बताया की डाक्टर सुरेंद्र सिंह के मकान में राजन कुमार करीब 10 माह पूर्व किराये पर कमरा लेकर रहता था. जिस कारण वह उनकी गतिविधियों से भलि-भांति परिचित था. इसी लिए राजन ने मुझसे कहा कि उनका अपहरण कर लिया जाय तो 40-50 लाख रूपये आसानी से मिल जायेगे. राजन की इस बात पर राजेंद्र, अमित कुमार वर्मा, राज कुमार यादव व राजन ने मिलकर षड़यंत्र बनाकर दिनांक 08 दिसंबर को डाक्टर को 05 बच्चों का डी-फार्मा में एडमिशन कराने की बात करके पैसे व कागजात देने के लिए ग्लोबल हास्पिटल के सामने अयोध्या रोड पर बुलाया तो डाक्टर अपनी कार से वहाँ पहुंच गए.
आरोपियों ने डॉ. सुरेंद्र सिंह के साथ मारपीट भी की
उनसे बातचीत करने के बहाने हम लोग उनकी कार में बैठ गए और उनके साथ मारपीट कर जबरदस्ती चालक सीट से उनको हटाकर गाड़ी में पीछे बैठाकर, उनका अपहरण कर अयोध्या होते हुए बस्ती व गोडा क्षेत्र में लगातार कार से घुमाते रहे और डाक्टर को डरा धमकाकर कर 20 लाख की फिरौती मांगी थी. डाक्टर ने 10 लाख रूपये देने की बात भी कही. उनसे बातचीत करने के बहाने हम लोग उनकी कार में बैठ गये और उनके साथ मारपीट कर जबरदस्ती चालक सीट से उनको हटाकर गाड़ी में पीछे बैठाकर,उनका अपहरण कर अयोध्या होते हुए बस्ती व गोडा क्षेत्र में लगातार कार से घुमाते रहे और डाक्टर को डरा धमकाकर कर 20 लाख की फिरौती मांगे थे.
डाक्टर ने 10 लाख रूपये देने की सहमति कर लिया था. डाक्टर ने अपने दामाद व एक मित्र से 09 लाख रूपये खाते में मंगा लिया था. हम लोगों ने उनके मोबाइल से अलग-अलग खातों में 07 लाख रूपये ट्रान्सफर कर लिया था. जिसके बाद डाक्टर को तिवारीगंज में कार सहित दिनांक 10 दिसंबर की रात्रि करीब 02 बजे छोड़कर भाग गये थे. हालांकि एसटीएफ ने मास्टरमाइंड समेत सभी अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है और अब पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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