UP Madrasa Survey: यूपी के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) में मदरसों को लेकर हुए सर्वे (Madrasa Survey) में चौंकाने वाले तथ्य खुलकर सामने आए हैं. यूपी सरकार के निर्देश पर जब यहां मदरसों का सर्वे किया गया तो पाया कि प्रतापगढ़ में सबसे 89 बिना मान्यता प्राप्त मदरसे धड़ल्ले से संचालित किए जा रहे हैं. प्रयागराज (Prayagraj) मंडल में प्रतापगढ़ इस मामले में टॉप पर है.
सरकार ने 12 बिंदुओं पर मदरसों की जांच करने का निर्देश दिया था जिसके बाद जिलाधिकारी प्रतापगढ़ ने मजिस्ट्रेटों की अगुवाई में जांच टीमों का गठन किया और ये टीमों महीनों तक गांव-गांव खाक छानती रही और मदरसों की हकीकत खंगालने में जुटी रही. जांच का मुख्य बिंदु बिना मान्यता के संचालित मदरसों की फंडिंग का स्रोत खंगालना था क्योंकि अक्सर मदरसों पर तरह-तरह के आरोप लगते रहे है. जांच के बाद सदर तहसील में 16, रानीगंज में 29, पट्टी में 16, कुंडा में 13 व लालगंज तहसील में 15 मदरसे ऐसे पाए गए जो बिना मान्यता के सन्चालित किए जा रहे थे, बताया जा रहा है कुछ मदरसों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर मान्यता हासिल करना चाहते है लेकिन मान्यता देने पर रोक लगी हुई है और ये मदरसे इस आस में संचालित किए जा रहे हैं कि देर सबेर शायद इनको मान्यता मिल जाए.
जानिए क्या कहते हैं अल्पसंख्यक अधिकारी
अल्पसंख्यक अधिकारी एसएन तिवारी ने बताया कि शासन द्वारा निर्धारित बिन्दुओं के आधार पर मदरसों के सर्वे का काम पूरा हो चुका है. जिलाधिकारी के माध्यम से रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है. जिले में 160 मान्यता प्राप्त मदरसे है इसके अलावा 89 मदरसे बिना मान्यता के संचालित किए जा रहे हैं. ये मदरसे चंदे और फीस द्वारा संचालित होते है. इनमें कई मदरसे तो ऐसे है जो फीस नहीं लेते सिर्फ चंदे के बूते संचालित हो रहे है. इनके पास संस्था के नाम से जमीन व भवन भी हैं. तमाम मदरसे मान्यता तो लेना चाहते है लेकिन मान्यता पर रोक के चलते इन्हें मान्यता नहीं मिल सकी है तो वहीं कुछ मदरसे ऐसे भी है जो मान्यता नहीं लेना चाहते.
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