(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP NEWS: बस्ती में परेशान महंत, मठ की जमीन कब्जामुक्त कराने के लिए दो साल से काट रहे सरकारी दफ्तरों के चक्कर
Basti News: मठ की जमीन कब्जामुक्त कराने के लिए महंत हरीशचन्द्र ने 5 जनवरी को डीएम ऑफिस पर आमरण अनशन भी किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
Illegal occupation of Math land in UP: उत्तर प्रदेश में सरकारी संपत्तियों को कब्जाने वाले माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाही हो रही है. योगी सरकार ने भू माफियाओं के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ रखा है. इसके बावजूद एक मठ के महंत अपनी कब्जाई हुई जमीन को छुड़ाने के लिए पिछले लगभग 2 साल से डीएम, एसडीएम, एसपी और कमिश्नर के दफ्तरों का चक्कर काटने को मजबूर हैं, लेकिन कोई भी अधिकारी उन्हें न्याय दिलाने में रुचि नहीं दिखा रहा है.
दबंगों ने कब्जाई मठ की जमीन
बस्ती जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के संतकबीरनगर आश्रम हरपुर के महंत हरिश्चन्द्र दास ने तमाम उच्चाधिकारियों को पत्र के माध्यम से एवं स्वयं मिलकर मठ की जमीन को अवैध कब्जेदारों से मुक्त कराने की मांग की थी, वह डीएम कार्यालय पर आकर 5 जनवरी को आमरण अनशन भी कर चुके हैं. डीएम ने उपजिलाधिकारी को महंत हरिश्चन्द्र दास के मामले पर सख्त चेतावनी देने के साथ निस्तारण करने का निर्देश दिया था मगर नतीजा वही ढाक के तीन पात रहा. महंत हरीशचन्द्र का आरोप है कि मठ की संपित्ति आराजी नं. 156,160 बाका मौजा दुबौली खुर्द तप्पा मथौली में कबीर मठ के नाम की कई बीघा जमीन है, जिस पर बगल के गांव के दबंग राम आधार, रमापति, संतराम, राममिलन, हरिराम, बलिराम, मनीराम पुत्र सोमई निवासी ग्राम अकेला अवैध रूप से कब्जा कर खेती कर रहे हैं.
अधिकारियों से कई बार की शिकायत मगर कोई सुनवाई नहीं
महंत का कहना है कि उन्होंने जिले के आला अधिकारियों को सैंकड़ों शिकायती पत्र दिए हैं. जिस पर राजस्व निरीक्षक व थाना अध्यक्ष लालगंज को पूर्व में कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया, फिर भी कब्जा नहीं हटा. महंत का आरोप है कि संबंधित लेखपाल विपक्षी लोगों के अनुचित दबाव होने के कारण पुलिस और प्रशासन को गुमराह कर रहा है और मठ की संपत्ति पर विपक्षी को कब्जा दिलाने के लिए प्रेरित कर रहा है. उन्होंने कहा कि कब्जाधारियों ने मठ के सरवकार को गुमराह करके एक फर्जी सुलहनामा के आधार पर खतौनी में अपना नाम दर्ज करा लिया था जिसको परगना अधिकारी के आदेश अनुसार विपक्षी का नाम कई साल पहले निरस्त करके पूर्व के मठ के महंत का नाम अंकित होने का आदेश पारित हुआ है जिसका अनुपालन खतौनी पर तो हो चुका है मगर धरातल पर आज तक नहीं हुआ. महंत का कहना है कि अभी भी विपक्षियों ने जमीन पर कब्जा कर रखा है. इसी क्रम में महंत आज डीएम कार्यालय पर एक बार फिर से न्याय की आस में पहुंचे.
बेखौफ कानून का उल्लंघन कर रहे भू-माफिया
वहीं जिले की डीएम सौम्या अग्रवाल साफ-साफ कह चुकी हैं कि अगर किसी ने भी कहीं अवैध कब्जा किया हुआ है वह तुरंत हटा ले वरना प्रशासनिक कार्रवाई होगी. मगर उनकी इस अपील का असर कबीर मठ पर कब्जा करने वाले भू माफियाओं पर तनिक भी होता नहीं दिख रहा है.
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