UP News: महेवाट पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 95 करोड़ की अष्टधातु की दो मूर्तियों के साथ 10 तस्करोंं को पकड़ा
Kaushambi News: 15 साल पहले ये मूर्तियां बांदा जिले के एक मंदिर से चोरी हुई थीं. 25 करोड़ में केरल के एक कारोबारी से इन मूर्तियों का सौदा हुआ था, लेकिन पुलिस ने इस साजिश को नाकाम कर दिया.
Kaushambi Crime: यूपी (UP) के कौशांबी (Kaushambi) की महेवाघाट पुलिस (Mahewat police) को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने अष्टधातु (Ashtadhatu) की दो मूर्तियों के साथ 10 अंतर्जनपदीय तस्करों को गिरफ्तार किया है. तस्करों के पास से अष्टधातु की दो मूर्तियां (Ashtadhatu idols) बरमाद हुई हैं. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इन मूर्तियों की कीमत लगभग 95 करोड़ आंकी जा रही है. इनमें से एक मूर्ती बिल्कुल खंडित अवस्था में मिली है. मूर्तियों का वजन लगभग 108 किलोग्राम बताया जा रहा है.
15 साल पहले बांदा के मंदिर से चुराई गई थीं ये मूर्तियां
पुलिस ने बताया कि केरल के एक कारोबारी से 25 करोड़ रुपए में मूर्तियों को सौदा हो गया था. इन मूर्तियों को लगभग 15 वर्ष पहले बांदा जनपद के किसी गांव के मंदिर से चोरी किया गया था. चोरी करने बाद मूर्तियों को कई वर्ष तक चित्रकूट में रैपुरा गांव में जमीन में गाड़ के रखा गया. इस चोरी की घटना में शाामिल दो लोगों की मौत भी हो चुकी है. घटना में शामिल एक चोर बांदा का, 3 कौशांबी के और एवं 6 चित्रकूट का रहने वाला है.
ऐसे पकड़े गए तस्कर
वीमहेवाघाट इंस्पेक्टर रोशनलाल हमराहियों के साथ 15/16 सितंबर को रात में गश्त पर निकले थे. गश्त करते हुए वे महेवाघाट यमुना ब्रिज की तरफ पहुंच गए. तभी उन्हें लगभग 10 लोग चित्रकूट जनपद की तरफ से आते हुए दिखाई दिए. पुलिस ने सभी लोगों को रोक लिया. इसके बाद तलाशी ली गई तो उनके कब्जे से ठाकुर जी महाराज की अष्टधातु की दो मूर्तियां बरामद हुईं.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूर्तियों की कीमत 95 करोड़
उनमें से एक मूर्ति 5 हिस्से में खंडित थी, जिसका वजन लगभग 46 किलोग्राम और कीमत लगभग 10 करोड़ बताई जा रही है. वहीं दूसरी मूर्ति सही अवस्था में मिली, जिसका वजन लगभग 62 किलोग्राम बताया जा रहा है और कीमत 85 करोड़ बताई जा रही है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में दोनों मूर्तियों की कीमत लगभग 95 करोड़ बताई जा रही है.
रामकिशोर विश्वकर्मा था चोरी का मास्टमाइंड
10 लोगों में गिरफ्तार हुए लोगों में कमासिन थाने के अंतर्गत रानीपुर के रहने वाले रामकिशोर विश्वकर्मा को इस चोरी का मास्टर माइंड बताया जा रहा है. इसके अलावा पुलिस ने कौशांबी निवासी उस्मान उल्ला उर्फ चांद बाबू, लौगांवा निवासी विपिन कुमार शुक्ला, बिसारा निवासी जितेंद्र कुमार, चित्रकूट निवासी मुसद्दर, नादिन कुर्मियान निवासी ननका, कारखाना निवासी बाबूजी सोनकर, कर्वी थाना अंतर्गत पहाड़ी रोड पावर हाउस निवासी नीरज विश्वकर्मा एवं राम प्रसाद विश्वकर्मा, मोहम्मदपुर पाइंसा थाना अंतर्गत बरबदा निवासी संतोष कुमार पटेल को गिरफ्तार किया है.
केरल कारोबारी से 25 करोड़ में हुआ मूर्तियों का सौदा
रामकिशोर ने बताया कि करीब 15 वर्ष पहले बांदा जिले के किसी गांव से मूर्तियों को चोरी किया गया था. इसके बाद इन्हें चित्रकूट लाकर रैपुरा गांव में जमीन में गाड़ दिया गया था. मूर्ति चोरी करने वालों में दो व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है. मूर्तियों की कीमत जानने के लिए पांच टुकड़े कर दिए गए थे. इसके बाद इन टुकड़ों को देश के कई हिस्सों में सैंपल के तौर पर भेजा गया था. उसने कहा कि हाल ही में केरल के एक कारोबारी से 25 करोड़ में मूर्तियों का सौदा हो गया था. इसलिए इन्हें बेचने के लिए ही ले जाया जा रहा था लेकिन तभी पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है. एसपी हेमराज मीना ने प्रेसवार्ता कर बताया दोनों मूर्तियों का वजन 1 कुंटल 8 किलो ग्राम है. अंतरराष्ट्रीय मार्केट में दोनों मूर्तियों की कीमत लगभग 95 करोड़ बताई जा रही है.
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