Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के महोबा जिला अस्पताल (Mahoba District Hospital) में बच्चा वार्ड में भर्ती मासूम बच्चों के ठीक ना होने के बावजूद भी डॉक्टर भर्ती बच्चों को डिस्चार्ज किर दे रहे हैं. इस बात से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. वहीं डॉक्टर पर अभद्रता करने का गंभीर आरोप भी लगाया है. दरअसल, बच्चा वार्ड में तैनात डॉक्टर की इस लापरवाही और परिजनों से बेवजह बदसलूकी किए जाने की शिकायत सीएमएस से करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है. परिजनों के शिकायत और हंगामे के बाद अब इस मामले में सीएमएस ने जांच करा कर कार्रवाई की बात कही है. साथ ही डॉक्टर से जवाब तलब भी किया है.
गौरतलब है कि महोबा जिला अस्पताल होने वाली अनियमितताओं और लापरवाही को लेकर अक्सर चर्चा में रहता है. यहां स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी व्यवस्था को बेहतर बनाने की जद्दोजहद में लगे हैं, लेकिन तैनात डॉक्टरों की लापरवाही बार-बार सामने आ रही है. बदलते मौसम में बच्चों की बिगड़ती तबीयत के चलते बच्चा वार्ड में मरीजों की भरमार है, लेकिन डॉक्टर यहां इलाज ना करके सिर्फ रस्म की अदायगी कर रहे हैं. इसके कारण बुधवार को जिला अस्पताल में जमकर हंगामा देखने को मिला है. जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल के वार्ड नंबर 3 में भर्ती बच्चों के ठीक ना होने के बावजूद भी तैनात डॉक्टर गोपाल ने बच्चों की छुट्टी कर दी. हालत में सुधार ना होने के बावजूद भी कई बच्चों को डिस्चार्ज किए जाने से परिजन भड़क उठे.
डॉक्टर पर बदसलूकी का आरोप
दरअसल, डॉक्टर ने सिर्फ एक ही मरीज के साथ ऐसा नहीं किया बल्कि कई बच्चों को छुट्टी देकर घर ले जाने के लिए कह दिया. जबकि बच्चों की हालत में कोई सुधार नहीं था. इस दौरान ग्राम बिजौरी के कल्याण सिंह अपनी पुत्री जानवी, भीतरकोट निवासी गुलजार अहमद अपनी पुत्री अलशिफा, ग्राम जरौली के नंदू अपनी पुत्री परी, सुभाष नगर के चंद शेखर अपनी पुत्री मनु और नारूपुरा निवासी सलीम अपने पुत्र असद को लेकर जिला अस्पताल के वार्ड नंबर 3 में भर्ती हैं. इन सबका आरोप है कि डॉक्टर द्वारा इलाज न करके बदसलूकी की जाती है. ऐसे में जब बीमार बच्चों को जबरन घर ले जाने के लिए डॉक्टर द्वारा परिजनों से अभद्रता की गई, तो आक्रोशित परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया.
परिजनों ने की सीएमएस से शिकायत
वहीं परिजनों ने डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूरे मामले की शिकायत सीएमएस डॉ पवन अग्रवाल से की है. परिजनों ने हंगामा करते हुए कहा कि डॉक्टर बच्चों का इलाज नहीं कर रहे, बल्कि परिजनों के साथ अभद्रता कर रहे हैं. बिना किसी कारण के ही बीमार बच्चों को अस्पताल से वापस घर भेजा जा रहा है. इस पर सीएमएस ने आरोपी डॉक्टर को कड़ी फटकार लगाते हुए जांच और कार्रवाई की बात कही. साथ ही आरोपी डॉक्टर से जवाब तलब भी किया है.