कागजों में खुला खरीद केंद्र में लटकता ताला किसानों को चिढ़ा रहा मुंह, आक्रोशित बुंदेलखंड किसान यूनियन धरने पर बैठी
UP News: यूपी के महोबा जिले में बुंदेलखंड किसान यूनियन आक्रोश से भरे हुए हैं. दरअसल महोबा के किसानों की मूंगफली उपज के लिए खोला गया खरीद केंद्र में अभी तक ताला लगे होने के कारण धन की हानि हो रही है.
Mahoba News: महोबा में किसानों की मूंगफली उपज के लिए खोला गया खरीद केंद्र का आज तक ताला न खुलने से आक्रोशित बुंदेलखंड किसान यूनियन केंद्र के बाहर ही धरने पर बैठ गई. किसानों का आक्रोश इस बात को लेकर है कि सरकार किसान की आय दोगुनी करने के लिए एमएसपी के तहत मूंगफली खरीद के लिए केंद्र संचालित किए हैं, मगर एक केंद्र में आज भी लटका ताला किसानों की उम्मीद को मुंह चिढ़ाने का काम कर रहा है. किसानों ने सख्त चेतावनी दी कि यदि जल्द खरीद केंद्र का संचालन नहीं किया गया तो फिर सड़क पर उतरकर आंदोलन भी होगा.
उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा किसानों की आय दुगनी करने की है जिसके लिए उनकी उपज का वाजिब मूल्य देने के लिए जनपद में खरीद केंद्र खोले गए हैं, लेकिन जैतपुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले इकौना में खोला गया खरीद केंद्र का 16 दिन बाद भी ताला नहीं खुला है. जिसको लेकर किसान संगठन आक्रोशित हो चले है. आपको बता दें कि अकौना गांव में बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति खोला गया है. खरीद केंद्र का ताला आज तक नहीं खुला.
खरीद केंद्र न खुलने के कारण धन की हानि हो रही है
नतीजन इस केंद्र से लाभ की उम्मीद लगाए तकरीबन 100 गांव के किसान अपनी उपज ही नहीं बेच पा रहे. ऐसे में किसानों को मजबूरन व्यापारियों को औने-पौने दामों पर अपनी उपज को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है या फिर अन्य केंद्र में जाने के लिए समय के साथ-साथ धनहानि झेलनी पड़ रही है. इसी बात को लेकर आज बुंदेलखंड किसान यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है. बुंदेलखंड किसान यूनियन के नेताओं ने इकट्ठा होकर केंद्र के बाहर ही धरना शुरू कर दिया. प्रशासन पर लापरवाही और शासन की मंशा के विपरीत हो रहे कार्य को लेकर किसानों ने जमकर नारेबाजी की और केंद्र के संचालन की मांग की. ताकि किसानों को अपनी उपज बेचने में आसानी हो सके.
किसानों ने प्रदर्शन करने की बात कही
किसानों के बंद पड़े खरीद केंद्र में धरने पर बैठ जाने की सूचना पर एसडीएम अनुराग सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए. इस दौरान किसान बालाजी बताते हैं कि बड़े अफसोस की बात है कि जिस केंद्र में किसानों की आय दोगुनी करने के दावे हो रहे हैं, वहां बारदाना तक मौजूद नहीं है और जब बारदाना नहीं होगा तो किसान की उपज कैसे खरीदी जाएगी. बिना बारदाने के ही केंद्र खोल दिया गया. कागजों पर संचालित केंद्र का लाभ किसान नहीं उठा पा रहे, यदि केंद्र समय से नहीं खुला तो फिर मजबूरन बुंदेलखंड किसान यूनियन सड़क पर उतरकर बड़ा प्रदर्शन करेगी.
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