मथुरा. उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डा. महेंद्र सिंह ने कहा कि यमुना नदी को गंगा के समान ही अविरल एवं निर्मल बनाने के लिए ‘नमामि गंगे’ परियोजना के तहत बड़े पैमाने पर प्रयास किए जा रहे हैं. बाढ़ नियंत्रण के संबंध में कराए जा रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने मथुरा आये मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि यमुना की धारा को वर्षपर्यंत बरकरार बनाए रखने के लिए राज्य सरकार बड़े स्तर पर कार्य करा रही है.
"नालों को मलजल शोधन संयंत्रों से जोड़ रहे"
महेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत गंगा के समान ही यमुना में भी गिरने वाले सभी नालों को मलजल शोधन संयंत्रों से जोड़ रही है जिससे वह हर प्रकार के प्रदूषण से बच सके. उन्होंने कहा कि इसके अलावा यमुना को निरंतर जलयुक्त बनाए रखने के लिए उसमें अतिरिक्त जल के प्रवाह के प्रयास भी किए जा रहे हैं. सिंह ने बताया कि यदि हर वर्ष आने वाली बाढ़ से होने वाले नुकसान को बचाने के लिए समय पर कार्य कराए जाएं तो जान एवं माल के बड़े नुकसान को बचाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि यही यह सरकार कर रही है.
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योग आदित्यनाथ ने इस वर्ष जनवरी में ही बाढ़ नियंत्रण के उपायों पर काम कराने के लिए प्रचुर राशि जारी कर दी थी जिससे बाढ़ नियंत्रण संबंधी अधिकांश कार्य पूर्ण कराए जा चुके हैं तथा शेष अब अंतिम चरण में हैं जो बारिश शुरु होने से पूर्व ही पूरे करा लिए जाएंगे. उन्होंने आश्वस्त किया कि देवरहा बाबा आश्रम को बाढ़ से बचाने के लिए योजना पर कार्य कराया जा रहा है जो जल्द ही पूरा करा लिया जाएगा. उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को भी इस संबंध में आवश्यक निर्देश मौक पर दिए.
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