प्रयागराज: योगी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री का भगवा प्रेम अब उनके लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है. प्रयागराज के रहने वाले कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी इन दिनों अपने घर के आसपास के पूरे इलाके को भगवा रंग में रंगवा रहे हैं. मोहल्ले के सभी मकानों और दूसरी इमारतों को भगवा रंग में रंगवाकर उनकी दीवारों पर हिन्दू देवी-देवताओं के चित्र बनवाए जा रहे हैं. आरोप है कि जो लोग इस भगवाकरण पर एतराज जता रहे हैं, उनके साथ जोर जबरदस्ती की जा रही है. धमकियां दी जा रही हैं और साथ ही उनके घरों पर मंत्री के करीबियों की तरफ से पथराव भी किया जा रहा है. इलाके के दो लोगों ने तो मंत्री के परिवार वालों और समर्थकों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करा दी है. मामला पुलिस में पहुंचने के बाद बैकफुट पर आए मंत्री ने अपनी सफाई पेश की है.


मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी का कहना है कि वह इलाके का सौंदर्यीकरण करा रहे हैं. पूरे इलाके को आध्यात्मिक लुक देना चाहते हैं. इमारतों और उनकी दीवारों को सिर्फ भगवा रंग में ही नहीं रंगा जा रहा है, बल्कि तस्वीरों को बनाने में दूसरे रंगों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. ज्यादातर लोग सौंदर्यीकरण के समर्थन में हैं, सिर्फ वही लोग विरोध कर रहे हैं, जो दूसरी पार्टियों से जुड़े हैं. हालांकि, मंत्री के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि किसी के घर को जबरन रंगवाने और एतराज जताने पर समर्थकों से मारपीट-धमकी और पथराव कराने का अधिकार आखिर उन्हें किसने दिया.


बहरहाल यह मामला अब सियासी तौर पर तूल पकड़ता जा रहा है. समाजवादी पार्टी ने मंत्री और उनकी सरकार पर भगवाकरण के जरिए साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ सड़क पर उतरने का अल्टीमेटम दिया है. आरोप यह भी लगाया जा रहा है कि मंत्री के भगवा प्रेम के चलते एक समुदाय विशेष के लोगों में भय पैदा हो रहा है. खास बात यह है कि भगवाकरण के आरोपी मंत्री के पास अल्पसंख्यक मामलों का विभाग है. नंदी से पहले उनके विभाग के राज्य मंत्री मोहसिन रजा हज हाउस की बिल्डिंग को भगवा रंग में पुतवाकर विवादों में घिर चुके हैं.


गौरतलब है कि, यूपी की योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता प्रयागराज के बहादुरगंज इलाके के रहने वाले हैं. 12 जुलाई साल 2010 में तत्कालीन मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए घर के बाहर उन पर रिमोट बम से हमला किया गया था. हमले में वह गंभीर रूप से घायल हुए थे. इसके बाद से मंत्री हर साल 12 जुलाई को पुनर्प्राप्त जन्मोत्सव मनाते हैं. शिव मंदिर में परिवार समेत पूजा अर्चना करते हैं और भंडारे का भी आयोजन करते हैं. भगवा रंग से पुताई का कई लोगों ने एतराज जताया लेकिन मंत्री के रसूख के चलते उन्हें मुंह बंद रखने पर मजबूर होना पड़ा.



एक रिटायर्ड वेटेनरी डॉक्टर और समाजवादी पार्टी से जुड़े रवींद्र गुप्ता ने 12 जुलाई को जबरन मकान पोते जाने का विरोध किया तो मंत्री के मौसेरे भाई कृष्ण कुमार और 15 से 20 समर्थकों ने गाली गलौच और धमकी देते हुए पथराव किया और घरों को जबरन पोत दिया. इस मामले से जुड़े कुछ वीडियो फुटेज भी सामने आए हैं. दोनों ने कोतवाली थाने में मंत्री के मौसेरे भाई और समर्थकों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी है. हालांकि भगवा रंग की पुताई का सिलसिला अब भी जारी है. मंत्री नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता शहर की मेयर हैं. पुताई के काम में नगर निगम के कुछ स्टाफ व गाड़ियों को भी लगाया गया है.


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