यूपी: कोरोना मरीजों के लिए खुद खाना तैयार कर रहे हैं सीएम योगी के ये मंत्री, जारी किया हेल्पलाइन नंबर
योगी सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी कोरोना संक्रमितों के घर खुद खाना भिजवा रहे हैं. मंत्री के साथ उनका परिवार मिलकर मरीजों के लिए घर खाना बना रहा है. इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.
प्रयागराज. कोरोना के मुश्किल वक्त में योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी जिस खास तरीके से मरीजों की मदद कर रहे हैं. वह लोगों के लिए न सिर्फ मिसाल है, बल्कि घरों में दुबके नेताओं को आइना दिखाने वाला भी है. मंत्री नंदी अपने शहर प्रयागराज में होम आइसोलेशन में रहने वाले सैकड़ों मरीजों को दोनों वक्त खाना भिजवाते रहे हैं. खास बात यह है कि कोरोना से संक्रमित लोगों के लिए भोजन खुद मंत्री के घर के किचन में तैयार होता है. मंत्री और उनकी मेयर पत्नी के साथ ही परिवार के दूसरे लोग खुद अपने हाथों से खाना तैयार कर उसे पैक करते हैं और उसे होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को उनके घर तक पहुंचाया जाता है.
जिस परिवार में महिलाएं या घर के कई लोग संक्रमित हो जाते हैं, वहां सबसे बड़ी समस्या खाने को लेकर पैदा होती है. प्रयागराज में ऐसे लोगों की संख्या सैकड़ों में हैं. मंत्री नंदी ने घरों में खाना भिजवाने के लिए एक व्हाट्सऐप नंबर जारी किया है. व्हाट्सऐप नंबर 9936667701 पर होम आइसोलेशन में रहने वाला कोई भी संक्रमित सिर्फ एक मैसेज डालकर खाना पा सकता है. पैक्ड थाली संक्रमितों को उनके घर तक भेजने की व्यवस्था की गई है. इसके लिए किसी से कोई पैसा भी नहीं लिया जाता.
खाना बनाने में हाथ बंटाता है पूरा परिवार
मंत्री नंदी और उनकी पत्नी व शहर की मेयर अभिलाषा गुप्ता के साथ ही परिवार के दूसरे सदस्य खाना तैयार कराने और उसे पैक कराने में खुद भी हाथ बंटाते हैं. खाने की थाली में रोटी, परांठा, दो से तीन तरह की सब्जी, दाल, पुलाव और सलाद के साथ ही कभी खीर तो कभी सिंवई रखी जाती है. हर दिन के लिए किसी एक वक्त खाने का मेन्यू बदल भी दिया जाता है. संक्रमितों से उनकी पसंद के बारे में राय भी ली जाती है. खाने की क्वालिटी और शुद्धता के साथ ही लोगों की पसंद का भी खास ख्याल रखा जाता है. हर रोज दोनों वक्त मिलाकर तकरीबन 600 से 700 लोगों का खाना तैयार किया जाता है. तैयार किये गए पैक्ड खाने को मंत्री की टीम के सदस्य होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों के घर तक पहुंचाते हैं. 23 अप्रैल से शुरू हुई इस सर्विस में अब तक 8 हज़ार से ज़्यादा संक्रमित मरीजों को खाना पहुंचाया जा चुका है.
मंत्री नंदी की इस पहल की खूब तारीफ भी हो रही है. उनका कहना है कि होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों से उनके रिश्तेदार और पड़ोसी डर की वजह से दूरी बना लेते हैं. ऐसे में कोई आर्थिक दिक्कत नहीं होने के बावजूद लोगों को खाने की दिक्कत होती है. उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना का कहर बरकरार रहेगा, उनके घर का बना खाना ज़रूरतमंद संक्रमितों तक पहुंचता रहेगा. वहीं, मेयर अभिलाषा गुप्ता ने कहा कि खाने में ऐसे व्यंजनों को प्राथमिकता दी जाती है जो इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार साबित हों और साथ ही उन्हें बीमारी के वक़्त में अच्छा स्वाद भी दे सकें.
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