Bareilly News: यूपी के बरेली (Bareilly) में होमगार्ड (Homeguard) से मारपीट मामले में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अरुण सक्सेना (Arun Saxsena) का बड़ा सामने आया है. उन्होंने कहा अपने भतीजे द्वारा होमगार्ड से मारपीट मामले में कहा कि कानून का सख्ती से पालन होना चाहिए. अगर किसी ने कानून तोड़ा हो तो सख्त कार्रवाई हो. मेरा भतीजा हो या कोई और उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने इस मामले में न कोई सिफारिश की है और नहीं कोई सिफारिश करूंगा.
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल ये पूरा मामला बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र के डेलापीर सब्जीमंडी का है जहां पर बीयर पी रहे प्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अरुण सक्सेना के भतीजे अमित सक्सेना ने अपने साथियों के साथ मिलकर होमगार्ड की बुरी तरह पिटाई की और उसकी वर्दी तक फाड़ दी. होमगार्ड ने इस मामले में इज्जतनगर थाने में अंकित सक्सेना, अमित सक्सेना व एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया, लेकिन पुलिस ने मंत्री जी के भतीजे के खिलाफ महज शांति भंग में चालान कर दिया जहां से उसे तत्काल जमानत भी मिल गई.
मंत्री के भतीजे ने की होमगार्ड से मारपीट
मंत्री के भतीजे की पिटाई से घायल हुए होमगार्ड ओमेंद्र ने बताया कि उसकी प्रेमनगर थाने में ड्यूटी थी. देर रात करीब 3 बजे वह मंडी गेट पर चाय पीने गया. उसी चाय के खोखे के पीछे तीन लोग बैठे बीयर पी रहे थे. तीनों ने उन्हें आवाज देकर बुलाया. बीयर पी रहे तीनों युवकों ने कहा तुम्हारी ड्यूटी कहां है? ओमेंद्र ने प्रेमनगर थाने में ड्यूटी होने की बात कही. इस पर वो बोले कि प्रेमनगर में ड्यूटी और वर्दी में चाय पीने यहां आ रहे हो. इसके बाद नशे में चूर तीनों युवकों ने लात घूंसो से उसकी जमकर पिटाई शुरू कर दी और वर्दी भी फाड़ दी.
होमगार्ड की वर्दी भी फाड़ी
स्थानीय लोगों की मदद से बचकर वह इज्जतनगर थाने पहुंचा और उसने लिखित तहरीर देते हुए मंत्री के भतीजे और दोस्तों पर करवाई की मांग की है. वही इस मामले में एसएसपी रोहित सिंह सजवान का कहना है कि होमगार्ड के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की थी. इसमें दो लोगो के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया गया था. होमगार्ड के साथ प्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अरुण सक्सेना के भतीजे अमित सक्सेना ने भी मारपीट की थी. इस मामले में मारपीट की वीडियो और फोटो सामने आई है उनके आधार पर कार्रवाई की जा रही है. ये बात अलग है कि पुलिस ने उन पर महज शांति भंग करने का चालान लगाया जिसमें उसे आसानी से जमानत मिल गई. हालांकि बाद में पुलिस ने इस मामले में वर्दी फाड़ने की धाराएं बढ़ाई हैं.
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