योगी के मंत्री ने मुसलमान-ब्राह्मण का जिक्र कर कहा- 'अखिलेश यादव के मंगेश यादव से क्या रिश्ते...'
UP News: सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि पिछली सरकारों में जब गरीब बीमार होता था तो इलाज के खर्च के लिए उसे खेत तक बेचने को मजबूर होना पड़ता था या गरीब कर्ज लेकर अस्पताल का बिल चुकाता था.
Om Prakash Rajbhar on Mangesh Yadav Encounter: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख और योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने आज शुक्रवार (13 सितंबर) को लालगंज विधानसभा क्षेत्र के ठेकमा पहुंचे. यहां पर स्थित फूला देवी मंगरू सिंह पब्लिक इंटर कॉलेज में कार्यकर्ता बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा की सरकारों ने सिर्फ देश-प्रदेश पर राज किया, जनता के लिए कुछ नहीं किया.
कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव को सिर्फ यादव बिरादरी की चिंता सता रही है. अखिलेश यादव बिरादरी वाद को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी मंगेश यादव की एनकाउंटर पर हाय-तौबा कर रही है समाजवादी पार्टी इस बात को बताएं कि अखिलेश यादव के मंगेश यादव से क्या रिश्ते हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुसलमान, जाट, राजभर, बिंद, केवट, राजपूत, ब्राम्हण, भूमिहार मरता है तो अखिलेश यादव कुछ नहीं बोलते हैं.
सुभासपा प्रमुख ने कहा कि पूर्व में रही सरकारों में जब गरीब बीमार होता था तो इलाज के खर्च के लिए उसे खेत तक बेचने को मजबूर होना पड़ता था या गरीब कर्ज लेकर अस्पताल का बिल चुकाता था. जबकि आज पीएम मोदी के नेतृत्व में मुफ्त इलाज हो रहा है. आजादी के बाद कांग्रेस ने गरीबी मिटाने का नारा दिया, लेकिन उन्होंने गरीबी की एक रेखा खींच दी और कहा कि आप इस रेखा के नीचे रहकर आवास, शौचालय, पेंशन, राशन की बात करना लेकिन शिक्षा, नौकरी और गरीबी की रेखा से ऊपर आने की बात मत करना.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 60 साल तक राज किया और लगभग 20 साल तक बसपा और सपा ने गरीबी मिटाने के नाम पर वोट लिया. लेकिन सत्ता में रहते हुए इन लोगों ने कुछ नहीं किया, इन्होंने केवल अपना भला किया. वहीं ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि आज सभी विपक्षी पार्टियां जातीय जनगणना की मांग कर रही हैं, लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान किसी ने भी न तो जातिगत जनगणना की मांग की और न ही किसी ने जातिगत जनगणना करने पर ध्यान दिया. जहां राहुल गांधी जातिगत जनगणना का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं जब वह अमेरिका जाते हैं तो वहां आरक्षण को समाप्त करने का बयान देते हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
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