UP News: उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव को नेता नहीं मानते हैं. एबीपी के साथ खास बातचीत में मंत्री संजय निषाद ने कहा कि अखिलेश यादव नेता नहीं हैं, उन्हें कुर्सी विरासत में मिली है. नेता वही होता है जो जनता व अपने समाज के लिए संघर्ष किया हो. अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह नेता थे, उन्होंने ने पिछड़ों, वंचितों के लिए संघर्ष किया था, इसीलिए लोग उन्हें "नेता जी" कहते थे.
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद एक तीखा व्यंग्य करते हुए कहते हैं कि उनकी शुभकामना है कि अखिलेश यादव संघर्ष करके नेता बन जाएं. लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन को बंपर जीत दिलाने की गरज से अपने सांगठनिक ढांचा को पुनर्गठित करने आये संजय निषाद एबीपी के एक सवाल का जबाब देते हुए कहते है कि उनकी पार्टी सपा के साथ गठबंधन नहीं की थी. बल्कि पिछड़ों, दलितों व मछुआरा समाज की समस्याओं का समाधान कराने के लिए साथ आये थे लेकिन लोकसभा में जब विश्वभर ने जब मछुआरों की समस्याओं को उठाया तो सपा के सांसद सदन से वाकआउट कर गए. यह बताता है कि सपा मछुआरों की भलाई नहीं चाहती है.
मंत्री संजय निषाद ने कांग्रेस व बसपा को भी आरोपों के कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यह दोनों पार्टियां भी मछुआरों व पिछड़ों का भला नहीं चाहती हैं. अपनी पार्टी की राजनीतिक सफर के पन्नों को पलटे हुए काबीना मंत्री संजय निषाद ने कहा कि एक दौर था जब मुलायम सिंह पिछड़ों व कांशीराम दलितों को लामबंद कर उनकी समस्याओं को खत्म कर के लिए प्रयासरत थे. लेकिन दोनों के अलग-अलग होने के कारण पिछड़ों व दलितों की समस्याएं खत्म नहीं हो रही थीं. निषाद पार्टी पिछड़ों, दलितों की समस्याओं को बेहतरीन तरीके से समाप्त कराकर समाज में सम्मान दिलाया.
इसके साथ ही बीजेपी व निषाद पार्टी पार्टी के गठबंधन की तुलना भगवान राम व निषाद राज के मिलन से करते हुए संजय निषाद कहते हैं कि जिस तरह भगवान राम ने निषाद राज को गले लगाकर सम्मान दिया था ठीक उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मछुआरा समाज को गले लगाया है. काबीना मंत्री ने बातों ही बातों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना भगवान राम से कर दी. लोकसभा चुनाव पर पूछे गये एक सवाल उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के 9 साल बेमिसाल, इस चुनाव में जीत का आंकड़ा 300 से होगा पार.
UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- 'छह साल में यूपी में साढ़े पांच करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए'