UP: विधायक अमनमणि त्रिपाठी अपहरण मामले में भगोड़ा घोषित, संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू
साल 2017 के यूपी चुनाव में अमनमणि त्रिपाठी ने 16 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी. त्रिपाठी और अन्य लोगों के खिलाफ गोरखपुर के एक व्यापारी का फिरौती के लिए अपहरण करने का आरोप है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी को लखनऊ की एक अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया है. वह वारंट के बावजूद पिछले कई तारीखों से मुकदमे की कार्यवाही में उपस्थित नहीं हो रहे थे. विशेष सांसद-विधायक न्यायालय के न्यायाधीश पीके राय ने गुरुवार को मामले में उनकी संपत्ति को कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू की, क्योंकि महाराजगंज जिले के नौतनवा से विधायक त्रिपाठी अदालत में पेश नहीं हुए.
अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख 4 मार्च तय की है. त्रिपाठी और अन्य लोगों के खिलाफ लखनऊ में गौतम पल्ली पुलिस स्टेशन में 6 अगस्त 2014 को एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें गोरखपुर के एक व्यापारी का फिरौती के लिए अपहरण करने का आरोप था.
कौन हैं विधायक अमन मणि त्रिपाठी
नौतनवां से निर्दलीय विधायक अमन मणि त्रिपाठी कवयित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बाहुबली पूर्व मंत्री और विधायक रहे अमर मणि त्रिपाठी के पुत्र हैं. नौतनवां की लक्ष्मीपुर विधानसभा सीट से अमरमणि त्रिपाठी चुनाव लड़ते रहे हैं. उसके बाद इस सीट को खत्म कर दिया गया. इसकी जगह नौतनवां को विधानसभा घोषित किया गया. साल 2017 के यूपी चुनाव में अमनमणि त्रिपाठी ने 16 हजार वोटों से जीत दर्ज की.
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