UP MLC By-Elections 2023: उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) ने सोमवार को विधान परिषद की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में जीत हासिल की. बीजेपी के दोनों उम्मीदवारों ने प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रत्याशियों को हरा दिया. हालांकि इस चुनाव में सात विधायकों ने वोट नहीं डाला.
इस चुनाव में कांग्रेस विधायकों ने वोट नहीं डाला. जबकि बसपा के एकमात्र विधायक ने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए लखनऊ नहीं आ सके. उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ बीजेपी के 255 विधायक हैं, उसकी सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के विधायकों की संख्या 13 है. बीजेपी की एक अन्य सहयोगी निषाद पार्टी के छह विधायक हैं.
दरअसल, उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दो रिक्त सीटों के लिए हुए उपचुनाव में सोमवार को 396 विधायकों ने मतदान किया, जिसके लिए सत्तारूढ़ बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनों ने अपने उम्मीदवार उतारे थे.उत्तर प्रदेश विधानसभा सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के दो समेत सात विधायकों ने उपचुनाव में वोट नहीं डाला.
इन विधायकों ने नहीं डाला वोट
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दो रिक्त सीटों के लिए सोमवार को हुए उपचुनाव में सोमवार राज्य विधानसभा के 396 विधायकों ने मतदान किया. विधानसभा के सूत्रों ने बताया, ‘‘सोमवार को हुए उपचुनाव में 396 विधायकों ने मतदान किया. जिन सात विधायकों ने मतदान नहीं किया, उनमें जेल में बंद तीन विधायक अब्बास अंसारी (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी), इरफान सोलंकी (सपा) और रमाकांत यादव (सपा) शामिल हैं.’’
उन्होंने बताया, ‘‘इसके अलावा कांग्रेस के दो विधायकों, बसपा के एक विधायक और सपा के एक विधायक (मनोज पारस) ने मतदान नहीं किया.’’ कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख बृजलाल खबरी ने बताया, ‘‘पार्टी द्वारा एमएलसी चुनाव में किसी भी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान नहीं करने का फैसला किया गया था, इसलिए पार्टी के दोनों विधायकों ने वोट नहीं डाला.’’
कांग्रेस के दो विधायक आराधना मिश्रा और वीरेंद्र चौधरी हैं. मतदान नहीं करने वाले बसपा के इकलौते विधायक उमा शंकर सिंह ने कहा, ‘‘मैं मतदान केंद्र पर वोट डालने नहीं पहुंच सका.’’
उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ बीजेपी के 255 विधायक हैं, उसकी सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के विधायकों की संख्या 13 है. बीजेपी की एक अन्य सहयोगी निषाद पार्टी के छह विधायक हैं. सपा के 109 विधायक हैं, जबकि उसकी सहयोगी रालोद के नौ विधायक हैं. सुभासपा के छह विधायक हैं, कांग्रेस और जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के दो-दो विधायक हैं और विधानसभा में बसपा का एक सदस्य है.